मिशन शक्ति के तहत प्रयागराज के सभी विद्यालयों में शक्ति मंच का गठन किया जाएगा। इसके जरिए छात्राओं को आत्म अभिव्यक्ति के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। नेतृत्व व सहयोग की क्षमता भी विकसित कराने के लिए प्रयास होंगे। विद्यालय में पढऩे वाली सभी छात्राएं इस मंच की सदस्य होंगी। जब कि एक महिला शिक्षक को समन्वयक के रूप में नामित किया जाएगा।
जिला विद्यालय आरएन विश्वकर्मा ने बताया कि इस मंच के जरिए किशोरावस्था की समस्याओं व उनके अधिकारों की जानकारी दी जाएगी। ग्यारह सदस्यीय कार्यकारिणी गठित कर प्रत्येक कक्षा से कम से कम एक छात्रा को प्रतिनिधि के रूप में चुना जाएगा। यह चुनाव खुली बैठक में होगा। समिति के सदस्य आपस में सर्वसम्मति से अध्यक्ष व सचिव का चयन करेंगे। यह समिति एक साल के लिए गठित की जाएगी।
शक्ति मंच की प्रत्येक महीने बैठक होगी। इसमें लेखन, परिचर्चा, चित्रकला, नाटक, गीत, कहानी आदि के जरिए विमर्श होगा। बाल व महिला अधिकारों पर भी चर्चा की जाएगी। बालिकाओं को शिक्षा का महत्व भी बताया जाएगा। कुरीतियों को समाप्त करने के लिए भी मंथन होगा
विद्यार्थियों को सुरक्षा के लिए हेल्पलाइन व अन्य जानकारी दी जाएगी। प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए भी तौर तरीके बताने के साथ मॉकड्रिल भी होगी। यह समिति उन बालिकाओं की सूची भी तैयार करेगी जो किन्हीं कारणों से स्कूल छोड़ चुकी है। स्कूल छोडऩे की वजहों को भी लिखा जाएगा। दोबारा छात्राओं को स्कूल में प्रवेश दिलाने के लिए भी प्रयास किए जाएंगे।
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