NCR News:आईटी सेल निरीक्षक संतोष त्रिपाठी ने बताया कि कुछ दिनों पहले ग्रेनो निवासी चेतन ने बीटा-2 थाने में पिता सुरेश यादव से धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। चेतन के मुताबिक, उनके पिता एनआरआई हैं और इस समय म्यांमार में हैं। पिता के खाते से पांच दिन में 67 लाख रुपये निकाल लिए गए। आईटी सेल ने जांच में पाया कि सुरेश यादव का भारतीय मोबाइल कंपनी नंबर उस बैंक खाते में पंजीकृत था। लंबे समय से नंबर का इस्तेमाल नहीं होने की वजह से बंद हो गया। आरोपियों ने ऐसे खाते का पता लगाया, जिसमें बहुत दिनों से कोई ट्रांजेक्शन नहीं हुआ था। बैंक के आरोपी कर्मचारी ने यह जानकारी साइबर ठगों तक पहुंचाई। आरोपियों ने वोडाफोन में नौकरी करने वाले अपने सहयोगी अनुज की मदद से वही नंबर जारी करवाया। इसके बाद आरोपियों ने बैंक में डेबिट कार्ड के लिए आवेदन किया। एक ही नंबर होने की वजह से बैंक को लगा कि खाता धारक ने ही कार्ड के लिए आवेदन किया है। बैंक की तरफ से नया डेबिट कार्ड जारी कर दिया गया। अक्तूबर 2020 में पांच दिन में ठगों ने 67 लाख रुपये खाते से निकाल लिए। मामले की जानकारी पीड़ित को तब हुई, जब उसने बैंक में संपर्क किया। अनुज ने ही सिम उपलब्ध करवाया था। आरोपियों के कब्जे से 7 मोबाइल दो सिम बरामद हुए हैं। ठगी में शामिल प्रदीप, रवि एक अज्ञात बैंक कर्मी पुलिस की तलाश कर रही है।

 

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