अम्बेडकरनगरl जिले के उप संभागीय परिवहन अधिकारी दफ्तर के आर आई विपिन कुमार की काली कमाई से धनकुबेर बनने की होड़ को लेकर जनमानस में चर्चा का विषय बना है जिनके इस करतूत की शिकायतें भी होती आ रही हैं किंतु शासन में गहरी पैठ होने के चलते बाल बांका नहीं हो पा रहा है। ज्ञात हो कि परिवहन कार्यालय में विपिन कुमार की तैनाती आर आई के पद पर 2019 में होना बताया जा रहा है। बताया जाता है कि इसके पूर्व किसी अन्य जनपद में तैनाती थे उसी दौरान से विपिन कुमार को काली कमाई के बलबूते धनकुबेर बनने की होड़ लग गई और मिशन को कामयाब करने में जुटे है।
सूत्रों के अनुसार विपिन कुमार के पिता भी परिवहन विभाग में किसी जिले के दफ्तर में वरिष्ठ लिपिक के पद पर कार्यरत हैं जो सरकारी गबन के आरोप की जांच में दोषी पाए जाने के चलते निलंबित किए गए थे किंतु विपिन कुमार ने काली कमाई से बतौर घूस देकर उन्हें बहाल करवाया जबकि उनके साथ तत्कालीन एआरटीओ अभी भी सस्पेंड चल रहे हैं।सूत्र बताते हैं कि आर आई विपिन कुमार नाजायज कमाई के लिए नायाब हथकंडा अपनाया है और उसी के जरिए अब तक इसी जिले से ही डेढ़ साल के कार्यकाल में लगभग 50 से 60 लाख रूपये अवैध तरीके से अर्जित की है जिसकी चर्चा जनमानस में जोरों पर है। इसके विरुद्ध कई सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से लेकर शासन तक शिकायत भी की है लेकिन आर आई विपिन कुमार की गहरी पैठ होने से सभी शिकायतें संबंधित अधिकारियों के यहां धूल फांक रही हैं।
इस भ्रष्टाचार के बारे में भाजपा के दो वरिष्ठ नेताओं जो मंडल अध्यक्ष हैं ने कहा कि मुख्यमंत्री के जीरो टॉलरेंस नीति का माखौल उड़ाने वाले अधिकारी चाहे आर आई विपिन कुमार हो या अन्य, बर्दाश्त नहीं है। इसके विरुद्ध शासन को पत्र भेजकर संज्ञान में लाया जाएगा।

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