महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी के महाविद्यालयों की अब विश्वविद्यालय की तीसरी आंख भी निगरानी करेगी। महाविद्यालय की गतिविधियों के साथ ही परीक्षा के दौरान भी सीसीटीवी से ही नजर रखी जा सकेगी। नए सत्र में विश्वविद्यालय प्रशासन यह व्यवस्था शुरू करने जा रहा है।


काशी विद्यापीठ के वाराणसी, मिर्जापुर, चंदौली, सोनभद्र और भदोही के लगभग 320 महाविद्यालयों की निगरानी आसान हो जाएगी। दूर-दराज के महाविद्यालयों में निगरानी के लिए समय के साथ ही काफी सहूलियत हो जाएगी। विश्वविद्यालय परिसर में इस नई व्यवस्था का ट्रायल पूरा हो चुका है। ऑनलाइन शिक्षा के लिहाज से भी यह नया सर्वर सिस्टम लाभदायक होगा। कुलपति प्रो. टीएन सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में डिजिटल व्यवस्था का ट्रायल पूरा हो चुका है। परिणाम सकारात्मक और उत्साहजनक हैं। इस नई व्यवस्था से मैन पावर के साथ ही समय की काफी बचत होगी।

आईपी एड्रेस से जुड़ेंगे महाविद्यालय के कैमरे

महाविद्यालय के सीसीटीवी कैमरों के आईपी एड्रेस को विश्वविद्यालय के आईटी कंट्रोल रूम से जोड़ दिया जाएगा। इस दौरान जिस महाविद्यालय के परिसर की निगरानी करनी होगी या प्राचार्य से संपर्क करना होगा तो वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए बातचीत हो सकेगी।

नहीं पड़ेगी उड़ाका दल की जरूरत

विश्वविद्यालय की परीक्षाओं के दौरान उड़ाका दल की जरूरत नहीं पड़ेगी। विश्वविद्यालय से बैठे.बैठे ही सभी परीक्षा केंद्रों पर एक साथ निगरानी की जा सकेगी। संवेदनशील और शिकायत वाले परीक्षा केंद्रों को तुरंत ऑनलाइन चेक भी किया जा सकेगा।

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