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  क्षेत्र के विभिन्न गांवों से आयी महिला किसानो के हाथो मे स्लोगन युक्त तख्तियां एवं झण्डे बैनर लिए नारे लगाए
महिला किसान दिवस जिंदाबाद,
खेती के 3 कानून, बिजली बिल 2020 वापस लो,सर्वोच्च न्यायालय याद करे - महिला हक साथ बढ़े,योद्धा जंग में साथ लदे महिला पुरुष साथ चले,।
खेती का तीन चौथाई काम महिलाएं करे - आंदोलन में महिलाओं का बराबर हक जिंदाबाद,
खेती के तीन कानून से जमीन व मण्डी में कारपोरेट का कब्जा बढ़ेगा,महिलाओं के जीविका के साधन छिनेगे,सरकारी खरीद व राशन बन्द हो जायेगे,,महिलाओं के हक पर हमला बन्द करो, राशन-मनरेगा में हेराफेरी बन्द करो,,
मनरेगा मजदूरी 200 दिन काम, 500 रु मजदूरी दो।
सबको काम, सबको भोजन लागू करो। 15 किलो प्रति यूनिट गल्लां, दाल चीनी तेल दो।
कम्पनियों की दलाली बंद करो,,
 किसानों व गरीबों का बिजली दर कम करो-फर्जी बिल ठीक करो, भ्रष्टाचार बन्द करो आदि।
वक्ताओं ने कहा कृषि मे महिलाओं का योगदान तीन चौथायी है खेती के तीन नए कानून लागू होने से खेती के जमीन के साथ महिला किसानो का अस्तित्व खत्म हो जाएगा जिस कारण भारतीय संस्कृति भी  खत्म हो जाएगी।
भारतीय खेती मे देश की आधी आबादी जीवन बसर करती है। बेरोजगारी और आर्थिक संकट दोनों का जुडाव किसानों के विकास से जुडा है, जबकि भाजपा सरकार किसानो से जमीन व कृषि बाजार छीनकर खेती को बड़े कारपोरेट के हाथो सौंप कर खेती को औद्योगिकीकरण कर कारपोरेट को लाभ पहुंचाना एक मात्र मकसद है।
 सभा के बाद रैली गौहनिया बाजार से जसरा ब्लाक पहुंचकर प्रधानमंत्री के नाम संबोधन ज्ञापन को आकृति सागर - रामकैलाश ने खण्ड विकास अधिकारी जसरा श्री देवेन्द्र ओझा को सौंपा।
इस मौके पर यादवेन्द्र सिंह किसान,,शबनम,वन्दना निषाद,विद्यावती,सुषमा,हीरालाल,राजकुमार,फूलचंद्र निषाद,,विनोद निषाद,सुरेश निषाद,रामू निषाद,हरिश्चंद्र पटेल आदि उपस्थित रहे। 

रामकैलाश कुशवाहा
जिला अध्यक्ष 
अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा
मो०-9838339522

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