जौनपुर। जिला अधिकारी दिनेश कुमार सिंह का प्रमोशन होने के बाद शनिवार की देर रात उन्हे चित्रकुट का कमिशनर बना दिया गया। जिले की कमान 2011 बैच के आइएएस अधिकारी मनीष कुमार वर्मा को सौपा गया है। डीएम दिनेश कुमार सिंह करीब 15 महीने के कार्यकाल में अपने कार्य के चलते अपनी अगल पहचान बना चुके है। अपनी मजबूत इच्छा शक्ति के बदौलत कार्य करते हुए से जहां कोरोनाकाल में जिले की जनता में अपनी अगल पहचान बनायी, वही गांव में हाईटेक पार्क,तलाबों का सुन्दरीकरण और प्राथमिक विद्यालयों का कायाकल्प कराकर हर दिवार पर अपनी छाप छोड़ गये। अपनी शुरूआती पारी में अविवादित 30 हजार से अधिक वरासत दर्ज कराया, इस कार्य के लिए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ खुद जौनपुर आकर उनकी पीठ थपथपा गये थे।
16 अक्टुबर 2019 को नये जिलाधिकारी के रूप में दिनेश कुमार सिंह ने कार्यभार ग्रहण किया था। उन्होने अपनी पारी की शुरूआत वरासत दर्ज कराने के लिए अभियान से शुरू किया था। इसके तहत राजस्व कर्मचारियों की टीम को अपने क्षेत्र के सभी मृतकों के नाम चिन्हित कर अविवादित मामलों में वारिश का नाम अभिलेखों में दर्ज करने का निर्देश दिया गया था। अभियान के पहले चरण में ही 30 हजार से अधिक अविवादित वरासत के मामले निपटा दिए गए, जो काफी समय से लंबित थे। वरासत दर्ज होने के बाद वह विभिन्न सरकारी योजनाओं के भी पात्र हो गए। बैंक से लोन लेना आसान हो गया।
मल्हनी उप चुनाव से ठीक पहले जिले में आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अभियान की प्रशंसा करते हुए इसे पूरे प्रदेश में लागू करने को कहा था।
कोविड-19 के चलते मार्च से लेकर अब तक कोई बड़ा कार्य तो नहीं हुआ लेकिन डीएम ने पार्कों और तालाबों के सौंदर्यीकरण के क्षेत्र में अद्भुत कार्य किया। इसे हमेशा याद किया जायेगा। गांवों में स्वास्थ्य, बच्चों के खेलने के पार्कों व तालाबों को खोदवाकर पानी का संचय सबकुछ किया गया। लगभग 12 करोड़ रुपये की लागत से जिले के समस्त ब्लाकों में 47 अटल मनरेगा पार्क का निर्माण कराया गया। इस दौरान पांच करोड़ 25 लाख रुपये की लागत से 105 तालाब खुदवाए गये। एक पार्क के निर्माण में करीब 25 लाख रुपये खर्च किया गया। तालाब खोदाई, प्लांटेशन, लाइट, पाथवे और इंटरलाकिंग को मिलाकर पांच लाख रुपये का खर्च आया। मनरेगा की ओर से खर्च धन का 70 फीसदी रुपये लगाये गये। बाकी 30 फीसदी ग्रामनिधि से पैसा खर्च किया गया है। निर्मित पार्क गांव के उन महिलाओं व बच्चों को काफी मदद करेंगे जो अभाव में कही बाहर घूमने नहीं जा पाते हैं।
जिले के सभी प्राथमिक विद्यालयों का कायाकल्प कराकर कांवेन्ट स्कूलों जैसा माहौल देने का पूरा प्रयास किया। आज हर स्कूलों की सूरत बदल गयी है।
शहीद स्मारको का हुआ सुन्दरीकरण
शहीद स्मारको की बदहाली सुधारने के लिए भी सराहनीय प्रयास किया। जिलाधिकारी ने अमर शहीदों के सम्मान बने धनियांमऊ, हौज गांव व सेनापुर शहीद स्मारको का सुन्दरीकरण कराया तथा वहां पार्क बनवाया , फूल पत्ती पेड़ पौधे लगवाकर एक खुशनुमा माहौल दिया।
मुसहरो के उत्थान के लिए कई अकल्पनीय किया कार्य
जिलाधिकारी ने मुसहरो के लिए आवास बनवाया,सरकारी योजनाओ का लाभ दिलवाया तथा कोरोनाकाल में कई चक्र अपने हाथो से खाद्यान्न वितरित किया था। सुजानगंज ब्लाक कुरावा गांव में मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत अटल आवासीय परिसर में दर्जनों मुसहरो के लिए ऐसी कालोनी बनवायी कि जो किसी वीआइपी कालोनी को मात दे रही है।
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