प्रदेश सरकार श्रमिक परिवारों के पर्यटन और उनके खिलाड़ी बेटों को प्रोत्साहित करने के लिए आर्थिक मदद देगी। इसके अलावा श्रमिकों के पढ़ाई कर रहे बेटे-बेटियों को पुस्तकें खरीदने में भी मदद की जाएगी। इन लाभों से जुड़ीं-स्वामी विवेकानंद ऐतिहासिक पर्यटन यात्रा, चेतन चौहान क्रीड़ा प्रोत्साहन और महादेवी वर्मा पुस्तक क्रय आर्थिक योजनाएं एक फरवरी से लागू होने जा रही हैं। इनका प्रदेश के डेढ़ करोड़ से अधिक श्रमिकों को लाभ मिलेगा। वहीं, कुछ पुरानी योजनाओं में मदद राशि बढ़ाई गई है।यह जानकारी श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुनील भराला ने शुक्रवार को श्रम कल्याण परिषद की सर्किट हाउस में हुई बैठक के बाद पत्रकारों को दी। श्रम कल्याण बोर्ड की 76वीं बैठक पहली बार राजधानी लखनऊ के बाहर हुई है। भराला ने कहा कि अब बोर्ड की बैठक जिलों में ही होगी ताकि श्रमिकों की समस्याओं की जानकारी लेने के साथ उनका स्थानीय स्तर पर निराकरण भी कराया जा सके। उन्होंने कहा कि अभियान चलाकर श्रमिकों को योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। उनका पंजीकरण कराया जाएगा। बाल श्रमिक पखवाड़ा चलाकर बाल श्रम रोका जाएगा।

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