इन दिनों मंडलीय अस्पताल में मरीजों की भीड़ पहले से ज्यादा बढ़ गई है। खास बात है कि इसमें मौसमी बीमारी से ज्यादा डॉग बाइट के मामले आ रहे हैं। क्योंकि कुत्ता काटने के बाद एंटी रैबीज वैक्सीन लगाना बेहद जरूरी है। ऐसे में रजिस्ट्रेशन काउंटर पर ओपीडी पर्चा बनवाने के बाद हॉस्पिटल कैंपस में ज्यादातर लोग यही पूछते नजर आ रहे हैं कि कमरा नंबर 12 कहां है। लेकिन उस कमरे में जाने के बाद पता चल रहा है कि वहां तो रैबीज का इंजेक्शन ही नहीं है। हालत ये है कि बनारस ही नहीं चंदौली, जौनपुर, गाजीपुर, मिर्जापुर जैसे जिलों से मरीज भी इंजेक्शन लगवाने के लिए यहीं पहुंच रहे हैं। लेकिन ज्यादातर को बिना इंजेक्शन के ही लौटना पड़ रहा है।
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