कोविड वैक्सीनेशन के लिए 11 जनवरी को होगा द्वितीय चरण का ड्राई रन
प्रथम चरण के ड्राई रन में जो कमियां दृष्टिगत हुई उन्हें दूसरे चरण में दूर किया जाय
वैक्सीनशन के लिए चयनित स्थल ऐसा हो जहां लोग सुगमता से जा सकें
वैक्सीनेशन माड्यूल पर एएनएम की टेªनिंग की व्यवस्था शीघ्र हो
ड्राई रन में नोडल अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित हो
वैक्सीनेशन के लिए आवश्यकता से 25 प्रतिशत अधिक स्टाफ को
ट्रेनिंग दी जाय
कोविड वैक्सीनेशन टीम को घर-घर पोलियो ड्राॅप पिलाने वाली टीम से अलग रखा जाय
नियमित टीकाकरण का प्रतिशत बढ़ाने के लिए अधिकारी प्रदेश स्तर पर योजनाएं बनाएं
टीकाकरण का रिर्पोटिंग सिस्टम सुगम बनाया जाय
टीकाकरण में पिछड़े जनपदों की क्षेत्रवार समीक्षा करके कम टीकाकरण वाले
स्थलों का चिन्हीकरण किया जाय
-अपर मुख्य सचिव, अमित मोहन प्रसाद
टीकाकरण अभियान को लेकर देर शाम तक चली स्टेट टास्क
फोर्स की बैठक
लखनऊ: 07 जनवरी, 2021
प्रदेश में कोविड-19 वैक्सीन टीकाकरण की तैयारी, नियमित टीकाकरण, विशेष टीकाकरण अभियान एवं पल्स पोलियो अभियान की तैयारी की समीक्षा के लिए अपर मुख्य सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद की अध्यक्षता में कल 06 जनवरी 2021 को सायं यहां लाल बहादुर शास्त्री भवन में आयोजित स्टेट टास्क फोर्स की बैठक देर शाम तक चली। बैठक में अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में कोविड वैक्सीन आने तक वैक्सीनेशन की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के नागरिकों को स्वस्थ रखना राज्य का विषय है, इसलिए अधिकारी जनहित में निर्णय लेने में कोई संकोच न करें।
श्री अमित मोहन ने बैठक में कोविड वैक्सीनेशन के ड्राई रन (पूर्वाभ्यास) पर चर्चा करते हुए कहा कि 11 जनवरी को द्वितीय चरण का ड्राई रन होगा। प्रथम चरण में जो कमियां सामने आई उन्हें दूसरे चरण में दूर कर लिया जाय। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के लिए वेटिंग रूम, आवजर्वेशन रूम की स्पष्ट व्यवस्था के साथ वैक्सीनेशन स्थल ऐसा हो जहां हर उम्र के लोग सुगमता से जा सकें। उन्होंने निर्देश दिया कि ड्राई रन के द्वितीय चरण से पूर्व ही सम्बंधित सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को कोविन ऐप की जानकारी सुनिश्चित करा ली जाय।
कोविड वैक्सीनेशन हेतु स्टाफ की टेªनिंग पर चर्चा करते हुए अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने निर्देश दिया कि जितने स्टाफ की आवश्यकता है उससे 25 प्रतिशत अधिक स्टाफ को प्रशिक्षित किया जाय, जिससे किसी भी आकस्मिकता का सामना किया जा सके। उन्होंने कहा कि एएनएन की टेªनिंग वैक्सीनेशन माड्यूल पर करा दी जाय तथा वेरिफायर और वैक्टीनेटर दोनों को प्रशिक्षित किया जाय। उन्होंने कहा कि ड्राई रन के द्वितीय चरण में नोडल अधिकारी अवश्य उपस्थित रहें, ये भी सुनिश्चित कर लिया जाय।
नियमित टीकाकरण की समीक्षा करते हुए श्री प्रसाद ने निर्देश दिया कि जो भी अभियान चलाये जाएं उनमें कोविड वैक्सीनेशन की तिथियों को शीर्ष प्राथमिकता पर रखा जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि कोविड वैक्सीनेशन की टीम को पोलियो ड्राॅप पिलाने हेतु घर-घर जाने वाली टीम से अलग रखा जाय। उन्होंने कहा कि कुछ जनपदों में स्थानीय मेले आदि में पोलियो ड्राॅप बूथ लगाने का प्रचलन है, जबकि इसके लिए प्रदेश स्तर पर योजना बनाकर सभी जनपदों को समान योजना से लाभान्वित किया जाय।
श्री प्रसाद ने समीक्षा बैठक में नियमित टीकाकरण की रिपोर्टिंग व्यवस्था में आ रही कमियों पर भी चर्चा की। उन्होंने टीकाकरण की रिपोर्टिंग को सुगम और सरल बनाने को कहा। उन्होंने निर्देश दिया कि जो जनपद नियमित टीकाकरण में पिछड़े हैं, उन जनपदों में क्षेत्रवार समीक्षा कर ली जाए और ऐसे स्थलों को चिन्हित कर लिया जए जहां कम प्रतिशत दिखायी देता है। ऐसे स्थलों पर जनपदों में तैनात एएनएम और आशाओं को विशेष सक्रिय करके टीकाकरण का अपेक्षित लक्ष्य प्राप्त करने के लिए संवेदीकरण किया जाय।
बैठक में टीकाकरण व्यवस्थाओं को सुगम और लक्ष्य सापेक्ष सरल करने के लिए प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री आलोक कुमार द्वारा सुझाव प्रस्तुत किये गये, जिनके सापेक्ष अपर मुख्य सचिव ने क्रियान्वयन के निर्देश दिये। अपर मुख्य सचिव ने कोविड ड्राई रन में सभी सहयोगी संस्थाओं, डब्ल्यूएचओ, यूनीसेफ, आईआईएम से व्यापक सहयोग लेने को कहा गया।
देर शाम तक चली इस बैठक में प्रमुख सचिव आलोक कुमार, मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अपर्णा उपाध्याय, स्वास्थ्य विभाग के विभागीय अधिकारीकगण, मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अपर्णा उपाध्याय के साथ-साथ पंचायतीराज, आई0डी0सी0एस0, नगरीय विभाग, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, डब्ल्यूएचओ, यूनीसेफ, यू0एन0डी0पी0, आईआईएम, रोटरी क्लब के सम्बंधित अधिकारी और प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
प्रथम चरण के ड्राई रन में जो कमियां दृष्टिगत हुई उन्हें दूसरे चरण में दूर किया जाय
वैक्सीनशन के लिए चयनित स्थल ऐसा हो जहां लोग सुगमता से जा सकें
वैक्सीनेशन माड्यूल पर एएनएम की टेªनिंग की व्यवस्था शीघ्र हो
ड्राई रन में नोडल अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित हो
वैक्सीनेशन के लिए आवश्यकता से 25 प्रतिशत अधिक स्टाफ को
ट्रेनिंग दी जाय
कोविड वैक्सीनेशन टीम को घर-घर पोलियो ड्राॅप पिलाने वाली टीम से अलग रखा जाय
नियमित टीकाकरण का प्रतिशत बढ़ाने के लिए अधिकारी प्रदेश स्तर पर योजनाएं बनाएं
टीकाकरण का रिर्पोटिंग सिस्टम सुगम बनाया जाय
टीकाकरण में पिछड़े जनपदों की क्षेत्रवार समीक्षा करके कम टीकाकरण वाले
स्थलों का चिन्हीकरण किया जाय
-अपर मुख्य सचिव, अमित मोहन प्रसाद
टीकाकरण अभियान को लेकर देर शाम तक चली स्टेट टास्क
फोर्स की बैठक
लखनऊ: 07 जनवरी, 2021
प्रदेश में कोविड-19 वैक्सीन टीकाकरण की तैयारी, नियमित टीकाकरण, विशेष टीकाकरण अभियान एवं पल्स पोलियो अभियान की तैयारी की समीक्षा के लिए अपर मुख्य सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद की अध्यक्षता में कल 06 जनवरी 2021 को सायं यहां लाल बहादुर शास्त्री भवन में आयोजित स्टेट टास्क फोर्स की बैठक देर शाम तक चली। बैठक में अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में कोविड वैक्सीन आने तक वैक्सीनेशन की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के नागरिकों को स्वस्थ रखना राज्य का विषय है, इसलिए अधिकारी जनहित में निर्णय लेने में कोई संकोच न करें।
श्री अमित मोहन ने बैठक में कोविड वैक्सीनेशन के ड्राई रन (पूर्वाभ्यास) पर चर्चा करते हुए कहा कि 11 जनवरी को द्वितीय चरण का ड्राई रन होगा। प्रथम चरण में जो कमियां सामने आई उन्हें दूसरे चरण में दूर कर लिया जाय। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के लिए वेटिंग रूम, आवजर्वेशन रूम की स्पष्ट व्यवस्था के साथ वैक्सीनेशन स्थल ऐसा हो जहां हर उम्र के लोग सुगमता से जा सकें। उन्होंने निर्देश दिया कि ड्राई रन के द्वितीय चरण से पूर्व ही सम्बंधित सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को कोविन ऐप की जानकारी सुनिश्चित करा ली जाय।
कोविड वैक्सीनेशन हेतु स्टाफ की टेªनिंग पर चर्चा करते हुए अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने निर्देश दिया कि जितने स्टाफ की आवश्यकता है उससे 25 प्रतिशत अधिक स्टाफ को प्रशिक्षित किया जाय, जिससे किसी भी आकस्मिकता का सामना किया जा सके। उन्होंने कहा कि एएनएन की टेªनिंग वैक्सीनेशन माड्यूल पर करा दी जाय तथा वेरिफायर और वैक्टीनेटर दोनों को प्रशिक्षित किया जाय। उन्होंने कहा कि ड्राई रन के द्वितीय चरण में नोडल अधिकारी अवश्य उपस्थित रहें, ये भी सुनिश्चित कर लिया जाय।
नियमित टीकाकरण की समीक्षा करते हुए श्री प्रसाद ने निर्देश दिया कि जो भी अभियान चलाये जाएं उनमें कोविड वैक्सीनेशन की तिथियों को शीर्ष प्राथमिकता पर रखा जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि कोविड वैक्सीनेशन की टीम को पोलियो ड्राॅप पिलाने हेतु घर-घर जाने वाली टीम से अलग रखा जाय। उन्होंने कहा कि कुछ जनपदों में स्थानीय मेले आदि में पोलियो ड्राॅप बूथ लगाने का प्रचलन है, जबकि इसके लिए प्रदेश स्तर पर योजना बनाकर सभी जनपदों को समान योजना से लाभान्वित किया जाय।
श्री प्रसाद ने समीक्षा बैठक में नियमित टीकाकरण की रिपोर्टिंग व्यवस्था में आ रही कमियों पर भी चर्चा की। उन्होंने टीकाकरण की रिपोर्टिंग को सुगम और सरल बनाने को कहा। उन्होंने निर्देश दिया कि जो जनपद नियमित टीकाकरण में पिछड़े हैं, उन जनपदों में क्षेत्रवार समीक्षा कर ली जाए और ऐसे स्थलों को चिन्हित कर लिया जए जहां कम प्रतिशत दिखायी देता है। ऐसे स्थलों पर जनपदों में तैनात एएनएम और आशाओं को विशेष सक्रिय करके टीकाकरण का अपेक्षित लक्ष्य प्राप्त करने के लिए संवेदीकरण किया जाय।
बैठक में टीकाकरण व्यवस्थाओं को सुगम और लक्ष्य सापेक्ष सरल करने के लिए प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री आलोक कुमार द्वारा सुझाव प्रस्तुत किये गये, जिनके सापेक्ष अपर मुख्य सचिव ने क्रियान्वयन के निर्देश दिये। अपर मुख्य सचिव ने कोविड ड्राई रन में सभी सहयोगी संस्थाओं, डब्ल्यूएचओ, यूनीसेफ, आईआईएम से व्यापक सहयोग लेने को कहा गया।
देर शाम तक चली इस बैठक में प्रमुख सचिव आलोक कुमार, मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अपर्णा उपाध्याय, स्वास्थ्य विभाग के विभागीय अधिकारीकगण, मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अपर्णा उपाध्याय के साथ-साथ पंचायतीराज, आई0डी0सी0एस0, नगरीय विभाग, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, डब्ल्यूएचओ, यूनीसेफ, यू0एन0डी0पी0, आईआईएम, रोटरी क्लब के सम्बंधित अधिकारी और प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
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