रेलवे की ग्रुप डी के परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वाले दो दिव्यांग अभ्यर्थियों को डिबार किया गया है। दोनों दिव्यांग अभ्यर्थियों ने अपनी जगह किसी और को बैठाकर परीक्षा दिलाई थी। आरआरसी के चेयरमैन अतुल कुमार मिश्रा ने गुरुवार को दोनों अभ्यर्थियों को पकड़ा और डिबार कर दिया। रेलवे की ग्रुप डी की परीक्षा आरआरबी इलाहाबाद ने पिछले साल कराई थी। दस्तावेजों की जांच के लिए दिव्यांग कोटे के छह अभ्यर्थी 25 नवंबर को बुलाए गए थे। दस्तावेज की जांच कराने सिर्फ दो अभ्यर्थी आए। दोनों अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच के साथ बायोमेट्रिक जांच कराई गई। दोनों के बायोमेट्रिक जांच में गड़बड़ी मिली।
आरआरसी के चेयरमैन ने सख्ती से पूछताछ की। एक ने चेयरमैन के सामने स्वीकार किया कि उसने पैसे देकर दूसरे को अपनी जगह बैठाकर परीक्षा दिलाई। दूसरे अभ्यर्थी ने अपनी जगह पूर्व घोषणा के मुताबिक भाई की जगह अन्य से परीक्षा दिलाई।
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अजीत कुमार सिंह ने बताया कि दोनों दिव्यांग अभ्यर्थियों ने परीक्षा केंद्र के मिलीभगत होने की बात भी कही। दोनों फर्जीवाड़ा करने वाले अभ्यर्थियों को डिबार करते हुए परीक्षा केंद्र के खिलाफ भी कार्रवाई की कवायद शुरू हो गई है। आरआरसी के चेयरमैन परीक्षा केंद्र के खिलाफ कार्रवाई के लिए आरआरबी को पत्र भेज दिया है।
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