आदर्श नगर पालिका परिषद में तीन करोड़ से अधिक के निर्माण कार्यों के गुपचुप तरीके से निकाले गए टेंडर में कर्मचारियों व ठेकेदारों के मिलीभगत का आरोप लगाते हुए सभासदों ने मुख्यमंत्री, नगर विकास मंत्री, डीएम, मंडलायुक्त व सीडीओ को शिकायती पत्र दिया है। सभासदों का आरोप है कि जिस समाचार पत्र में उक्त टेंडर प्रकाशित कराए गए हैं उनकी प्रसार संख्या पचास से भी कम है। टेंडर की तिथियों में भी कटिंग करके व्यापक हेरफेर की गई है। सभासद नीरज गुप्त समेत अन्य ने बताया कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौराहे व अंबेडकर चौराहे का सुंदरीकरण, मुख्य बाजार की प्रमुख सड़कों का पुनरुद्धार समेत विभिन्न वार्डों में निर्माण के कुल 18 कार्यों की निविदा गुपचुप तरीके से निकाली गई। गोपनीय टेंडर की जानकारी केवल दो ठेकेदारों को थी जिन्होनें अपना आवेदन भरा है। नगर पालिका के सूचना पट पर इस टेंडर को आज तक प्रदर्शित नहीं किया गया जबकि निविदा डालने की समय सीमा भी 14 दिसंबर को पूरी हो चुकी है। आबंटन में हेराफेरी का आरोप लगाते हुए पुरानी निविदा निरस्त कर पारदर्शी प्रक्रिया अपनाने की मांग की गई है।
ईओ अवधेश वर्मा का कहना है कि उक्त निविदा को वेबसाइट पर दो दिसंबर को अपलोड किया गया था। नगर पालिका के सूचना पट पर प्रदर्शित न करने के बाबत पटल प्रभारी से स्पष्टीकरण लिया जाएगा।
रिपोर्ट असगर अली
तहसील प्रभारी
उतरौला
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know