*नोडल अधिकारी अमितेश कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई समीक्षा बैठक* 

बहराइच 14 दिसम्बर। केन्द्र सरकार की ओर से जनपद के लिए नामित नोडल अधिकारी संयुक्त सचिव, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार अमितेश कुमार सिन्हा ने विकास भवन सभागार में जिले के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में नीति आयोग द्वारा आकांक्षात्मक जनपदों के लिए निर्धारित प्रमुख सूचकांकों शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, वित्तीय समावेशन, कौशल विकास, इन्फ्रास्ट्रक्चर तथां कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्रों की समीक्षा करते हुए कहा कि जिलाधिकारी शम्भु कुमार के नेतृत्व में जनपद में हुए अच्छे कार्य के कारण सभी सेक्टरों में गुणात्मक सुधार आया है। 
श्री सिन्हा ने कहा कि कृषि प्रधान जनपद बहराइच में कृषि क्षेत्र में अपार संभावनाएं अपने में समेटे हुए। उन्होंने कृषि एलायड विभागों के अधिकारियों को सुझाव दिया कि जिले के कृषि उत्पादों यथा रेशम, हल्दी, चावल, केला, मक्का इत्यादि की ब्रांडिंग पर विशेष ध्यान दिया जाये। उत्पादों की ब्रांडिग से जहाॅ किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य प्राप्त होगा वहीं जिले के कृषि उत्पादों की एक पहचान भी बनेगी। उन्होंने कृषि आधारित उद्योगों को भी बढ़ावा दिये जाने का सुझाव दिया। 
शिक्षा सेक्टर की समीक्षा करते हुए कायाकल्प अन्तर्गत विद्यालयों में कराये गये कार्यों की सराहना करते हुए सुझाव दिया कि शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाये जाने हेतु शिक्षकों में क्षमता संवर्द्धन के लिए संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रम के पश्चात उनकी परीक्षा भी ली जाय और उसका विस्तृत विवरण भी रखा जाय। श्री सिन्हा ने यह भी निर्देश दिया कि सोलर पैनल स्थापना करने वाली फर्मों से अनुरक्षण का भी अनुबन्ध किया जाय। श्री सिन्हा ने यह भी सुझाव दिया कि प्राइमरी एवं जूनियर स्तर से ही मेधावी बच्चों को चिन्हित कर उन्हें प्रोत्साहित भी किया जाय। 
स्वास्थ्य एवं पोषण सेक्टर की समीक्षा के दौरान बताया गया कि ए.एन.एम. सेन्टरों को प्रभावी बनाये जाने हेतु प्रशिक्षण के साथ-साथ एम्बुलेन्स की उपलब्धता भी बढ़ायी जा रही है। मातृ शिशु मृत्यृ दर में कमी लाये जाने हेतु गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण कर उनके नियमित स्वास्थ्य परीक्षण की भी व्यवस्था की गयी है। इसी प्रकार पोषण सेक्टर में सुधार लाये जाने हेतु वी.एच.एस.एन.डी. दिवसों के लिए सभी आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ-साथ सेन्टरों पर पोषण वाटिका की स्थापना की गयी है। साथ ही कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को दुधारू गाय प्रदान की गयी है। जिसके लिए जनपद को प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। नोडल अधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी लक्षित बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण कराया जाय।
वित्तीय समावेशन सेक्टर की समीक्षा के दौरान नोडल अधिकारी ने निर्देश दिया कि आधार सीडिंग के डेटा में सुधार के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार कर प्रगति में सुधार लाया जाय। कौशल विकास की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया कि कृषि प्रधान जनपद होने के नाते कृषि आधारित प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाय। श्री सिन्हा ने कहा कि आने वाला कल सोलर ऊर्जा का युग होगा, इसलिए सोलर ऊर्जा को ध्यान में रखते हुए युवक-युवतियों केे प्रशिक्षण का प्रबन्ध किया जाय।
नोडल अधिकारी श्री सिन्हा ने कहा कि आकांक्षात्मक जनपद के रूप में चयनित होने के उपरान्त जिले के ऊर्जावान अधिकारियों के प्रयासों से सभी सेक्टरों में गुणात्मक सुधार आया है। जिसके लिए अनेकों बार जनपद को पुरस्कृत भी किया गया है। उन्होंने कहा कि यदि भारत सरकार के स्तर पर किसी विभाग का कोई प्रस्ताव इत्यादि लम्बित है तो उनके संज्ञान में लाया जाये ताकि वह भी अपने स्तर से प्रयास कर सकें। 
इस अवसर पर जिलाधिकारी शम्भु कुमार, मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. राजेश मोहन श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. डी.के. सिंह, जिला विकास अधिकारी राजेश कुमार मिश्र, परियोजना निदेशक डी.आर.डी.ए. अनिल कुमार सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ. बलवन्त सिंह, उप निदेशक कृषि डाॅ. आर.के. सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। 

रिपोर्ट:- राम कुमार यादव।

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