बलरामपुर क़े पत्रकार हत्याकांड मे पुलिस ने किया पर्दाफाश, ब्लैकमेलिंग में हुई थी सेनेटाइजर डालकर दोनों की हत्या 

बलरामपुर। ग्राम प्रधान के खिलाफ खबर लिखने को लेकर विवाद पत्रकार की हत्या का कारण बना। वहीं वाहन के पैसे के लेन-देन के विवाद में उसके साथी की हत्या की गई थी। दोनों मृतकों के दुश्मनों ने आपस में मिलकर घटना को अंजाम दिया। अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थ से आग लगाकर दोनों को जिंदा जलाकर मार डाला गया। पुलिस ने घटना में शामिल ग्राम प्रधान के बेटे व दो अन्य को गोंडा रोड स्थित बहादुरापुर रेलवे क्रॉसिंग के आगे जंगल के पास से सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। घटना में तीन अन्य लोग भी संलिप्त हैं। पुलिस शीघ्र ही उन्हें भी गिरफ्तार करेगी।

सोमवार को पत्रकार व उसके साथी को जिंदा जलाकर मारने की घटना का खुलासा करते हुए एसपी देवरंजन वर्मा ने बताया कि कलवारी निवासी पत्रकार राकेश सिंह निर्भीक तथा विशुनीपुर निवासी हिन्दूवादी नेता पिंटू साहू मित्र थे। राकेश निर्भीक अपने ग्राम प्रधान के भ्रष्टाचार को उजागर करना चाहते थे इसी बात को लेकर ग्राम प्रधान के परिजन उनसे लगातार संपर्क कर रहे थे। पिंटू साहू ने बीते दिनों ग्राम विशुनीपुर निकट चीनी मिल गेट निवासी ललित मिश्रा को चार पहिया गाड़ी बेची थी। अभी करीब 2.5 लाख रुपया बकाया था।
घटना वाले दिन इसी बात को लेकर पिंटू साहू तथा ललित की बीयर की दुकान पर झगड़ा हुआ था। इसी से नाराज ललित ने गांव के अकरम अली से मिलकर पिंटू को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। उधर कलवारी की महिला ग्राम प्रधान के बेटे केशवानंद मिश्र उर्फ रिंकू मिश्रा भी गत शुक्रवार को पत्रकार राकेश से मामला रफा दफा करने के लिए फोन कर रहे थे। रिंकू ने उस दिन राकेश को 27 बार फोन किया तथा पांच बार बात भी हुई। ललित मिश्रा, अकरम अली भी रिंकू के संपर्क में आ गए। इन लोगों को पता चला कि राकेश साथी पिंटू साहू के साथ अपने घर पर है।
रिंकू अपने कुछ साथियों के साथ राकेश के घर पहुंचे और राकेश से बातचीत शुरू कर दी। इसी बीच इन लोगों ने राकेश व पिंटू को खूब शराब पिलाई। राकेश और पिंटू अत्यधिक नशे में हो गए। एसपी ने बताया कि इसी बीच रिंकू ने मौके पर ललित व अकरम को भी बुला लिया। अकरम पुराना हिस्ट्रीशीटर तथा आग लगाने की तकनीक में माहिर है। इन लोगों ने कमरे में अलग-अलग बेड पर सो रहे पिंटू व राकेश के ऊपर एल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर डालकर आग लगा दी। अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थ होने के कारण दोनों जल्द ही भीषण आग की चपेट में आ गए। आरोपी कमरे के दरवाजे में बाहर से ताला बंद कर फरार हो गए।
विस्फोट से नहीं धक्का देने से टूटी दीवार
जिस कमरे में पत्रकार व उसके साथ को जिंदा जलाकर मारा गया। उस कमरे की दीवार विस्फोट से नहीं बल्कि बचने के लिए तेज धक्का देने की वजह से क्षतिग्रस्त हुई। एसपी देवरंजन वर्मा का कहना है कि कमरे में रखा कम्प्यूटर स्क्रीन, मूंगफली आदि सही ढंग से मिला यदि विस्फोट होता तो यह सब तितर-बितर हो जाता। साढ़े चार इंच मोटी दीवार में एसी भी लगा था। दीवार कमजोर थी इसीलिए धक्का देने के बाद वह बाहर की तरफ गिरी और गंभीर रूप से जले राकेश बाहर निकले। एसपी ने यह भी बताया कि फोरेंसिक जांच में कमरे में विस्फोट आदि के कोई सुबूत नहीं मिले हैं।
पूछताछ में अभियुक्तों ने स्वीकार की घटना
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में तीनों अभियुक्तों ने घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की है। इनके मोबाइल की लोकेशन भी घटना के समय आसपास ही मिली है। इन लोगों ने यह भी बताया कि एल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर जलाकर हत्या की है।
रिंकू के बड़े भाई व दो अन्य भी जा सकते हैं जेल
एसपी देवरंजन वर्मा ने बताया कि आरोपी रिंकू मिश्रा की मां ग्राम प्रधान हैं। रिंकू तथा उसके बड़े भाई बाबू मिश्रा उनका काम देखते हैं। घटना के बाद दिल की बीमारी होने के कारण बाबू मिश्रा अस्पताल में भर्ती हैं। इसीलिए अभी उनसे पूछताछ नहीं हो पाई है। स्वास्थ्य ठीक होने पर उन्हें भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जाएगी। यदि घटना या उसकी साजिश में बाबू की संलिप्तता पाई जाती है तो उन्हें भी जेल भेजा जाएगा। इसके अलावा घटना में दो अन्य लोगों की संलिप्तता भी मिली है शीघ्र ही इन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।


रिपोर्ट ----
आनन्द प्रकाश मिश्रा 
ब्यूरो हेड 
हिन्दी संवाद न्यूज़ 
बलरामपुर 

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