मिर्जापुर। धान की खरीद करने के लिए जिले में 94 क्रय केंद्र स्थापित किये गये हैं। लेकिन गड़बड़ियों के कारण हजारों किसान परेशान हैं। अधिकतर जगहों पर किसानों का नाम खतौनी व आधार कार्ड में मेल नहीं खा रहा। इससे उनको वापस कर दिया जा रहा। किसान क्रय केंद्रों से लेकिन तहसील तक भटकने को विवश हैं। धान की खरीद नहीं होने से नुकसान का भी डर सता रहा है।
एक ओर सरकार किसानों को अन्नदाता का दर्जा देकर उनकी आय को दोगुनी करने की बात कर रही है। दूसरी ओर विभागीय अनियमितता के शिकार किसानों को अपना ही उपज बेचने के लिए भागदौड़ करनी पड़ रही है। इस बार 15 अक्तूबर से धान खरीद शुरू है। 94 केंद्रों पर अब तक 35 हजार एक सौ 54 किसानों ने पंजीकरण कराया है। इसमें से चार हजार छह सौ 89 किसानों का नाम खतौनी और आधार कार्ड से मेल नहीं खा रहा। इससे उनके उपज की खरीद नहीं हो रही। इसी प्रकार पीएफएमएस से बैंक खाता के सत्यापन के लिए दो हजार दो सौ 45 प्रकरण लंबित हैं। इसी प्रकार सौ क्विंटल से अधिक भूमि के सत्यापन मामले में भी नौ सौ 51 मामले लंबित हैं। अब किसान क्रय केंद्र पर अपना अनाज छोड़कर इन मामलों के सत्यापन के लिए भागदौड़ कर रहे हैं। कभी लेखपाल मिलते हैं तो अधिकारी नहीं और जब अधिकारी रहते हैं तो लेखपाल नहीं। यही वजह है कि ऐसे अधिकांश किसान मिलरों के पास भी पहुंच रहे हैं।
अभी तक लक्ष्य की अपेक्षा 15 फीसदी ही खरीद हुई
मिर्जापुर। जिले में 94 क्रय केंद्रों पर दो लाख 61 हजार दो सौ 50 मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य रखा गया है। दो महीने के बाद अब तक मात्र 39 हजार तीन सौ 49 मीट्रिक टन धान की खरीद की जा सकी है। यह लक्ष्य का मात्र 15 फीसदी है। बताया जा रहा है कि इस बार छोटे किसानों से अधिक खरीद की जा रही है। खरीद प्रक्रिया में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जा रही है। इसलिए संख्या तो बढ़ रही है लेकिन खरीद की मात्रा कम है। अब तक सात हजार तीन सौ 18 किसानों से खरीद की जा चुकी है।
नाम मेल नहीं होने की दिक्कत नहीं है। कागजों में नाम की स्पेलिंग में कुछ अंतर होने से हो सकता है। यह तुरंत ठीक भी हो जाता है। क्रय केंद्रों पर किसानों को कोई समस्या नहीं है। यदि किसी को कोई समस्या होती है तो वह क्रय केंद्र प्रभारी या मुझसे संपर्क कर सकता है।
- धनंजय सिंह, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी मिर्जापुर।
धान का उठान न करने पर राइस मिल को नोटिस
मिर्जापुर। जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल ने बृहस्पतिवार को मड़िहान के बनवारीपुर राइस मिल के प्रबंधक राजेंद्र सिंह को नोटिस जारी कर दो दिनों में स्पष्टीकरण मांगा है। डीएम ने कहा कि उन्होंने बृहस्पतिवार को पीसीएफ के जमुई बाजार स्थित धान क्रय केंद्र का निरीक्षण किया था। वहां पर धान बड़ी संख्या में बोरियों में भरा पड़ा था। उसका उठान कई दिनों से नहीं किया गया था जबकि तीन दिनों के अंदर क्रय धान का उठान करने का निर्देश है। डीएम ने कहा है कि वे दो दिनों के अंदर अपना स्पष्टीकरण उनके सामने प्रस्तुत करें, क्यों न उनकी राइस मिल को काली सूची में डाल दिया जाए।
धान खरीद एक नजर में
पंजीकृत किसान - 35154
सत्यापित किसान- 28447
खतौनी मिसमैच - 4689
सौ क्विंटल से अधिक में लंबित- 951
पीएफएमएस सत्यापन में लंबित- 2245
टोकन - 237
एक ओर सरकार किसानों को अन्नदाता का दर्जा देकर उनकी आय को दोगुनी करने की बात कर रही है। दूसरी ओर विभागीय अनियमितता के शिकार किसानों को अपना ही उपज बेचने के लिए भागदौड़ करनी पड़ रही है। इस बार 15 अक्तूबर से धान खरीद शुरू है। 94 केंद्रों पर अब तक 35 हजार एक सौ 54 किसानों ने पंजीकरण कराया है। इसमें से चार हजार छह सौ 89 किसानों का नाम खतौनी और आधार कार्ड से मेल नहीं खा रहा। इससे उनके उपज की खरीद नहीं हो रही। इसी प्रकार पीएफएमएस से बैंक खाता के सत्यापन के लिए दो हजार दो सौ 45 प्रकरण लंबित हैं। इसी प्रकार सौ क्विंटल से अधिक भूमि के सत्यापन मामले में भी नौ सौ 51 मामले लंबित हैं। अब किसान क्रय केंद्र पर अपना अनाज छोड़कर इन मामलों के सत्यापन के लिए भागदौड़ कर रहे हैं। कभी लेखपाल मिलते हैं तो अधिकारी नहीं और जब अधिकारी रहते हैं तो लेखपाल नहीं। यही वजह है कि ऐसे अधिकांश किसान मिलरों के पास भी पहुंच रहे हैं।
अभी तक लक्ष्य की अपेक्षा 15 फीसदी ही खरीद हुई
मिर्जापुर। जिले में 94 क्रय केंद्रों पर दो लाख 61 हजार दो सौ 50 मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य रखा गया है। दो महीने के बाद अब तक मात्र 39 हजार तीन सौ 49 मीट्रिक टन धान की खरीद की जा सकी है। यह लक्ष्य का मात्र 15 फीसदी है। बताया जा रहा है कि इस बार छोटे किसानों से अधिक खरीद की जा रही है। खरीद प्रक्रिया में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जा रही है। इसलिए संख्या तो बढ़ रही है लेकिन खरीद की मात्रा कम है। अब तक सात हजार तीन सौ 18 किसानों से खरीद की जा चुकी है।
नाम मेल नहीं होने की दिक्कत नहीं है। कागजों में नाम की स्पेलिंग में कुछ अंतर होने से हो सकता है। यह तुरंत ठीक भी हो जाता है। क्रय केंद्रों पर किसानों को कोई समस्या नहीं है। यदि किसी को कोई समस्या होती है तो वह क्रय केंद्र प्रभारी या मुझसे संपर्क कर सकता है।
- धनंजय सिंह, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी मिर्जापुर।
धान का उठान न करने पर राइस मिल को नोटिस
मिर्जापुर। जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल ने बृहस्पतिवार को मड़िहान के बनवारीपुर राइस मिल के प्रबंधक राजेंद्र सिंह को नोटिस जारी कर दो दिनों में स्पष्टीकरण मांगा है। डीएम ने कहा कि उन्होंने बृहस्पतिवार को पीसीएफ के जमुई बाजार स्थित धान क्रय केंद्र का निरीक्षण किया था। वहां पर धान बड़ी संख्या में बोरियों में भरा पड़ा था। उसका उठान कई दिनों से नहीं किया गया था जबकि तीन दिनों के अंदर क्रय धान का उठान करने का निर्देश है। डीएम ने कहा है कि वे दो दिनों के अंदर अपना स्पष्टीकरण उनके सामने प्रस्तुत करें, क्यों न उनकी राइस मिल को काली सूची में डाल दिया जाए।
धान खरीद एक नजर में
पंजीकृत किसान - 35154
सत्यापित किसान- 28447
खतौनी मिसमैच - 4689
सौ क्विंटल से अधिक में लंबित- 951
पीएफएमएस सत्यापन में लंबित- 2245
टोकन - 237
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