*💢हम बदलेंगे,युग बदलेगा💢*
🌳 *तुलसी पूजन दिवस के शुभ अवसर पर योग कक्षा में बच्चों व् बड़ो ने किया पौधरोपण*🌳
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*तुलसी पूजन दिवस*,हर साल 25 दिसंबर को यह दिवस मनाया जाता है,तुलसी केवल एक पौधा नहीं बल्कि धरा के लिए वरदान है और इसी वजह से हिंदू धर्म में इसे पूज्यनीय माना गया है।आयुर्वेद में तुलसी को अमृत कहा गया है क्योंकि ये औषधि भी है और इसका नियमित उपयोग आपको उत्साहित,खुश और शांत रखता है।
इसी क्रम *पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के तत्वाधान में योगाचार्य सुधांशु द्विवेदी के मार्गदर्शन में चल रही नियमित योग कक्षा सिसई बहलोलपुर* में योग शिक्षक आदर्श गुप्ता ने सभी योग साधकों को ओम्-गायत्री मंत्र व् प्रार्थना के साथ योगासन,प्राणायाम, ध्यान,मुद्रा,बंध के साथ-साथ आयुर्वेद एवं एक्यूप्रेशर के माध्यम से स्वस्थ रहने की जानकारी दी।
तत्पश्चात आज *25 दिसंबर तुलसी पूजन दिवस* के शुभ अवसर पर प्रातः योगाभ्यास के बाद मंदिर प्रांगण में 🌳 *वृक्षारोपण* कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
*योगाचार्य सुधांशु द्विवेदी* के नेतृत्व में आयोजित 🌴वृक्षारोपण कार्यक्रम तुलसी,नीम,पीपल,आँवला,एलोवेरा आदि कई औषधीय पौधों का पौधरोपण किया गया।
*योगाचार्य सुधांशु द्विवेदी* ने बताया कि भारतीय संस्कृति में तुलसी को पूजनीय माना जाता है, धार्मिक महत्व होने के साथ-साथ तुलसी औषधीय गुणों से भी भरपूर है। आयुर्वेद में तो तुलसी को उसके औषधीय गुणों के कारण विशेष महत्व दिया गया है। तुलसी ऐसी औषधि है जो ज्यादातर बीमारियों में काम आती है। इसका उपयोग *सर्दी-जुकाम,खॉसी,दंत रोग और श्वास सम्बंधी रोग,टीबी,मलेरिया, वात रोग,कुष्ठ रोग,नेत्र रोग* के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है।
*योग प्रशिक्षक आदर्श गुप्ता* ने बताया कि आयुर्वेद में तुलसी तथा उसके विभिन्न औषधीय गुणों का एक विशेष स्थान है. तुलसी को संजीवनी बूटी के समान भी माना जाता है. आयुर्वेदिक चिकित्सा में तुलसी के पौधे के हर भाग को स्वास्थ्य के लिहाज से फायदेमंद बताया गया है. तुलसी की जड़, उसकी शाखाएं, पत्ती और बीज सभी का अपना-अपना अलग महत्व है. आमतौर पर घरों में दो तरह की तुलसी देखने को मिलती है, एक जिसकी पत्तियों का रंग थोड़ा गहरा होता है और दूसरा, जिसकी पत्तियों का रंग हल्का होता है. तुलसी शरीर का शोधन करने के साथ-साथ वातावरण का भी शोधन करती है तथा पर्यावरण संतुलित करने में भी मदद करती है.
*💢🌳वृक्षारोपण कार्यक्रम~माही गुप्ता,आस्था सुमन श्रीवास्तव, सलोनी गुप्ता,श्रद्धा सुमन श्रीवास्तव,सूरज गुप्ता,अजय श्रीवास्तव,हरि शंकर तिवारी,संतोष गुप्ता आदि कई योग साधक मौजूद रहे 💢*
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