परिवहन यानों के फिटनेस चेकिंग अवस्थापना को व्यापक बनाने हेतु निजी निवेश के माध्यम से प्राधिकृत परीक्षण केन्द्रों के विकास को किया जा रहा प्रोत्साहित
 
लखनऊ: 23 दिसम्बर, 2020
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा परिवहन यानों के फिटनेस चेकिंग अवस्थापना को और व्यापक बनाने हेतु निजी निवेश के माध्यम से प्राधिकृत परीक्षण केन्द्रों के विकसित किया जा रहा है। इन केन्द्रों में आॅटोमेटिक मापन यंत्रों की सहायता से फिटनेस चेकिंग की जाएगी। जनपद गाजियाबाद में प्रथम केन्द्र स्थापित हुआ है, जिसका शीघ्र ही संचालन भी शुरू हो जाएगा। वाहन स्वामियों को इससे सुविधाजनक तरीके से फिटनेस प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने में सहायता मिलेगी। परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस हेतु विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिये गये हैं।
इसके साथ ही सड़क दुर्घटनाओं को रोेकने के लिए ठोस कदम उठाये गये हैं। ओवर स्पीडिंग की रोकथाम के लिए प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2019 में कुल सड़क दुर्घटनाओं एवं मरने वाले व्यक्तियों में 37 प्रतिशत मृत्यु का कारण ओवर स्पीडिंग रहा है। इस पर अंकुश लगाये जाने हेतु शहरी क्षेत्रों में पुलिस विभाग द्वारा 663 मार्गों पर वाहनों की गति सीमा निर्धारित की गयी। शहरी क्षेत्र को छोड़कर ग्रामीण क्षेत्र में परिवहन विभाग द्वारा सभी 75 जनपदों में वाहनों की गति सीमा निर्धारित कर अधिसूचना निर्गत कर दी गयी है, जिसे परिवहन विभाग की वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिया गया है।

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