पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के तत्वाधान में योगाचार्य सुधांशु द्विवेदी के मार्गदर्शन में चल रही नियमित योग कक्षा सिसई बहलोलपुर प्रातः योग शिक्षक आदर्श गुप्ता ने सभी योग साधको को ओम् ,गायत्री मंत्र व प्रार्थना के साथ योग,प्राणायाम, आसन ,शीर्षासन, चक्रासन, मयूरासन ,बकासन, हलासन ,सर्वांगासन के साथ-साथ कई कठिन आसनों का अभ्यास कराया और उससे होने वाले लाभ के बारे में भी बताया।
योग शिक्षक ने बताया कि सदियों से योग विद्या भारत की अमूल्य धरोहर रही है। इसकी प्रासंगिकता का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि समस्त विश्व योग दिवस को स्वीकार कर चुका है। वस्तुत: योग एक संयम पूर्वक की जाने वाली साधना है जो स्वचेतना को परम चेतना से मिलाती है।
उन्होंने योग को नियमित जीवन में अपनाने का आवाहन करते हुए कहा कि यदि इसे हम दैनिक जीवन में शामिल करेंगे तो हमें किसी भी अन्य चिकित्सा की आवश्यकता नहीं पड़ेगी.
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