*जंगल से सटे गांव में बंदरों का आतंक*
पिपरहवा चौराहा (बलरामपुर)। सोहेलवा वन्य जीव प्रभाग से सटे गांवों में बंदरों के आतंक से लोग परेशान हैं। फसलों की तबाही के साथ-साथ बंदर लोगों को काट कर घायल कर रहे हैं। पीड़ित ग्रामीणों ने वन विभाग के अफसरों से बंदरों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है।
ग्रामीण सितंबर सिंह, राज कुमार तिवारी, समर बहादुर सिंह, नीबर सिंह, संजय शुक्ला, अवधेश कुमार, प्रभात सिंह, धीरू, संजय सिंह व छोटकऊ आदि ने वन विभाग के अधिकारियों को भेजे गए शिकायती पत्र में कहा है कि जंगल से सटे शिवानगर, भंगहाकला, गुलरिहा, भचकहिया, मदरहवा, टांगिया सहित 12 से अधिक गांवों में बंदरों के आतंक से लोग परेशान हैं।
खेतों में गेहूं, गन्ना, सरसों व चने की फसलों को बंदरों के झुंड तबाह कर रहे हैं। उत्पाती बंदर घरों के दरवाजे खोल कर अंदर घुसकर नुकसान पहुंचा रहे हैं। लोगों को काटकर बुरी तरह घायल कर रहे हैं। गांव के छप्पर पर लगे कद्दू, लौकी व अन्य सब्जियों को भी तहस नहस कर रहे हैं।
इन लोगों ने वन विभाग के अधिकारियों से इस समस्या से निजात दिलाने की मांग की है। बनकटवा रेंजर आरके सिंह ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि शीघ्र ही वन विभाग की तरफ से अभियान चलाकर बंदरों को जंगल की तरफ खदेड़ दिया जाएगा।
बलरामपुर ब्यूरो हेड आनंद मिश्रा की रिपोर्ट।
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