*हड़ताल पर रहे डॉक्टर, नहीं हुई जांच, मरीज बेहाल*
गोंडा। आयुर्वेद चिकित्सकों को सर्जरी की अनुमति दिये जाने के विरोध में शुक्रवार को निजी चिकित्सकों ने हड़ताल किया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आवाहन पर निजी डॉक्टरों ने ओपीडी की सेवा बंद रखी तथा पैथोलॉजी व डायग्नोस्टिक सेंटर भी बंद रहे।
वहीं इमरजेंसी व कोविड-19 के मरीजों का इलाज जारी रहा। निजी डॉक्टरों के हड़ताल से दूर-दराज से आए मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। न उन्हें इलाज मिला न ही जरूरी जांच हो सकी। जिले के करीब दो दर्जन से अधिक निजी चिकित्सालयों व क्लीनिकों में तैनात डॉक्टरों के ओपीडी न करने से हजारों मरीजों को बैरंग वापस लौटना पड़ा।
आयुर्वेद चिकित्सकों को सर्जरी की अनुमति से हैं नाराज
केंद्र सरकार द्वारा आयुर्वेदिक व आयुष डॉक्टरों को सर्जरी की अनुमति दिये जाने से एलोपैथिक डॉक्टरों ने यह तर्क देते हुए नाराजगी जताई। कहा कि आयुर्वेद व एलोपैथ दोनों भिन्न चीजें हैं।
सभी विधा के डॉक्टरों को एमबीबीएस की डिग्री व ऑपरेशन करने की अनुमति दिये जाने से एलोपैथ, आयुर्वेद व होम्योपैथ में अंतर करना मुश्किल हो जाएगा। नई चिकित्सा व्यवस्था में गंभीर मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। नई नीति से मेडिकल शिक्षा व इलाज में खिचड़ी तंत्र विकसित हो जाएगा।
गोंडा ब्यूरो सूरज कुमार शुक्ला की रिपोर्ट।
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