ड्रमंडगंज। हलिया विकास खंड के बिलरा पटेहरा गांव स्थित स्मारक स्थल पर बुधवार को शहीद केशरी सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान उनके अदम्य साहस और वीरता की चर्चा की गई। राष्ट्र की रक्षा के लिए उनकी ओर से किए गए बलिदान को लोगों ने याद किया।
शहीद केशरी सिंह की वयोवृद्ध पत्नी छोटी कुंअरि ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। श्रद्धांजलि कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सेवानिवृत्त सैनिक व शहीद केशरी सिंह के सहपाठी रहे परशुराम सिंह ने कहा कि शहीद केशरी सिंह की वीरगाथा सुनने से क्षेत्रीय युवाओं को देशभक्ति तथा राष्ट्र रक्षा की प्रेरणा जागृत होगी। सह चौकी प्रभारी ड्रमंडगंज अवध नरेश पांडेय ने कहा कि देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों के प्रति कृतज्ञता जताना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। श्यामबहादुर सिंह ने कहा कि शहीद केशरी सिंह का बलिदान युगों-युगों तक याद किया जाएगा। त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, विपुल सिंह, ज्ञानेश्वर दूबे, अरुण सिंह तथा योग्यता सिंह ने भी शहीद की शहादत को नमन किया। इसके पूर्व पुलिस द्वारा छोटी कुंअरि को शाल भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अमन सिंह, रविंद्र बहादुर सिंह, अमर बहादुर सिंह, आलोक सिंह, नमन सिंह उपस्थित रहे।
धूमधाम से मनाया गया विजय दिवस
आज के दिन ही भारत के आगे पाकिस्तान की सेना ने किया था समर्पण
मिर्जापुर। बुधवार को विजय दिवस के अवसर पर संजय जायसवाल के आवास पर शहर कांग्रेस कमेटी की बैठक हुई । इसमें भारतीय सेना के शौर्य और आयरन लेडी इंदिरा गांधी की दृढ़ शक्ति और आत्मविश्वास की चर्चा की गयी।
शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजन पाठक ने कहा कि आज के ही दिन 1971 को ढाका में भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम के आगे पाकिस्तान की सेना ने आत्मसमर्पण किया था और बांग्लादेश को आजादी मिली। यह दिवस मां भारती के हर सैनिक को समर्पित है, जिनके अदम्य साहस व समर्पण से हम सब सुरक्षित और गौरवान्वित हैं। उपाध्यक्ष अर्चना चौबे ने कहा कि 1971 में भारत ने पाकिस्तान पर जीत दर्ज कर सातवां बेड़े की धमकी देने वालों को करारा जवाब देकर भारत की शक्ति और संप्रभुता का झंडा गाड़ा। जफर इकबाल, संजय जायसवाल, लल्लू राम, संदीप मिश्रा, शाश्वत पांडेय, मऊ सिंह मौर्य, विवेक सिंह, उपमन्यु सिंह आदि लोग उपस्थित रहे। एक अन्य कार्यक्रम में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के जिला कार्यालय पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर भारत विजय दिवस मनाया गया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष अमित श्रीवास्तव, गोपाल जी ऊमर, अरविंद श्रीवास्तव, प्रदीप चौरसिया, सूरज कसेरा, कमाल अहमद, प्रमोद, रितेश केसरवानी आदि थे।
शहीद केशरी सिंह की वयोवृद्ध पत्नी छोटी कुंअरि ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। श्रद्धांजलि कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सेवानिवृत्त सैनिक व शहीद केशरी सिंह के सहपाठी रहे परशुराम सिंह ने कहा कि शहीद केशरी सिंह की वीरगाथा सुनने से क्षेत्रीय युवाओं को देशभक्ति तथा राष्ट्र रक्षा की प्रेरणा जागृत होगी। सह चौकी प्रभारी ड्रमंडगंज अवध नरेश पांडेय ने कहा कि देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों के प्रति कृतज्ञता जताना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। श्यामबहादुर सिंह ने कहा कि शहीद केशरी सिंह का बलिदान युगों-युगों तक याद किया जाएगा। त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, विपुल सिंह, ज्ञानेश्वर दूबे, अरुण सिंह तथा योग्यता सिंह ने भी शहीद की शहादत को नमन किया। इसके पूर्व पुलिस द्वारा छोटी कुंअरि को शाल भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अमन सिंह, रविंद्र बहादुर सिंह, अमर बहादुर सिंह, आलोक सिंह, नमन सिंह उपस्थित रहे।
धूमधाम से मनाया गया विजय दिवस
आज के दिन ही भारत के आगे पाकिस्तान की सेना ने किया था समर्पण
मिर्जापुर। बुधवार को विजय दिवस के अवसर पर संजय जायसवाल के आवास पर शहर कांग्रेस कमेटी की बैठक हुई । इसमें भारतीय सेना के शौर्य और आयरन लेडी इंदिरा गांधी की दृढ़ शक्ति और आत्मविश्वास की चर्चा की गयी।
शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजन पाठक ने कहा कि आज के ही दिन 1971 को ढाका में भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम के आगे पाकिस्तान की सेना ने आत्मसमर्पण किया था और बांग्लादेश को आजादी मिली। यह दिवस मां भारती के हर सैनिक को समर्पित है, जिनके अदम्य साहस व समर्पण से हम सब सुरक्षित और गौरवान्वित हैं। उपाध्यक्ष अर्चना चौबे ने कहा कि 1971 में भारत ने पाकिस्तान पर जीत दर्ज कर सातवां बेड़े की धमकी देने वालों को करारा जवाब देकर भारत की शक्ति और संप्रभुता का झंडा गाड़ा। जफर इकबाल, संजय जायसवाल, लल्लू राम, संदीप मिश्रा, शाश्वत पांडेय, मऊ सिंह मौर्य, विवेक सिंह, उपमन्यु सिंह आदि लोग उपस्थित रहे। एक अन्य कार्यक्रम में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के जिला कार्यालय पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर भारत विजय दिवस मनाया गया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष अमित श्रीवास्तव, गोपाल जी ऊमर, अरविंद श्रीवास्तव, प्रदीप चौरसिया, सूरज कसेरा, कमाल अहमद, प्रमोद, रितेश केसरवानी आदि थे।
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