बाराबंकी : दिल्ली में चार दिन लगातार चली गिनती के बाद सोमवार को टीम बाराबंकी पहुंची। दिल्ली से 92 लाख 40 हजार 300 मतपत्र लाए गए हैं। नवीन मंडी में सीसी कैमरे और सुरक्षा व्यवस्था के बीच बैलेट पेपर रखे गए हैं। पंचायत चुनाव में प्रयोग होने वाले प्रधान, जिला पंचायत सदस्य (डीडीसी), क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी) और ग्राम सदस्यों के बैलेट पेपर दिल्ली से लाए गए हैं। नोडल अधिकारी बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी अनिल कुमार पांडेय के नेतृत्व में 25 सदस्यीय टीम दो दिसंबर को रवाना हुई थी और तीन दिसंबर को टीम दिल्ली पहुंचकर बैलेट पेपरों की गिनती शुरू कर दी थी। लगातार चार दिन मतपत्रों की गिनती के बाद छह दिसंबर की रात आठ बजे चार ट्रकों में 275 बक्सों में 92 लाख 40 हजार 300 मतपत्र लेकर टीम रवाना हुई। सोमवार की सुबह ट्रकें बहराइच रोड स्थित नवीनमंडी पहुंच गईं। यहां बैलेट पेपर उतारे गए। टीम प्रभारी चकबंदी अधिकारी अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि ट्रक व बस से बैलेट लाए गए हैं। यहां सीसी कैमरे लगवा दिए गए हैं, सुरक्षा के लिए फोर्स तैनात रहेगी। 45 उम्मीदवारों तक लड़ सकेंगे चुनाव : पंचायत चुनाव में ग्राम प्रधान, जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य और ग्राम सदस्य के 45 उम्मीदवारों तक चुनाव लड़ा जा सकता है। यह इसलिए है कि 45 चुनाव चिन्ह वाला बैलेट पेपर लाया गया है।

प्रधान का हरा, डीडीसी का होगा गुलाबी : पंचायत चुनाव में इस बार मतपत्र नहीं बदले नहीं गए हैं। आयोग ने जो मतपत्र छपवाए हैं उसमें बदलाव नहीं किया गया है। यानी 2015 में प्रयोग किए गए रंगों के मतपत्र इस बार भी इस्तेमाल किए जाएंगे। पंचायत चुनाव में कई रंग के मतपत्र हैं। प्रधान का मतपत्र हरा और ग्राम सदस्य का सफेद रंग है। क्षेत्र पंचायत में मतपत्र नीला और जिला पंचायत के मतपत्र गुलाबी है। रंग अलग-अलग करने का मकसद मतदाताओं जागरूक करना है, जिससे लोग आसानी से मतदान कर सकें।

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने