अयोध्या जिले में शीतलहर का दौर शुरू हो गया है। गुरुवार रात से ही छाए घनघोर कोहरे से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। हाईवे सहित मुख्य मार्गों पर छोटे-बड़े वाहन रेंगते नजर आए। सुबह के समय कोहरा हल्का छटा लेकिन धुंध व पछुआ हवा से गलन बढ़ गई। दिन भर सूर्यदेव के दर्शन न होने से दिन का तापमान दो डिग्री तक लुढ़क गया, जिससे कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग ने अभी भी कोहरे व ठंड से राहत न मिलने की संभावना जताई है।
बृहस्पतिवार की देर शाम से कोहरे का कहर शुरू हो गया। रात्रि नौ बजे के बाद सड़कों पर निकले लोगों को कठिनाइयों से गुजरना पड़ा। भीषण कोहरे में दृश्यता बमुश्किल 10 मीटर भी नहीं रही। सुबह दस बजे तक कोहरा हल्का छट गया लेकिन धुंध छाई रही।
दिनभर सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। नौकरीपेशा व मजदूरी करने के लिए निकले लोगों को काफी दिक्कतों से गुजरना पड़ा। नगर निगम व जिला प्रशासन की ओर से अभी तक सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था न हो पाने से राहगीरों की समस्या और बढ़ गई।
मौसम में तेजी से आए बदलाव से तापमान में भी गिरावट देखी गई। अधिकतम तापमान दो डिग्री गिरकर 19 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जो सामान्य से 5.2 डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 0.5 डिग्री कमी के साथ 11.5 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.4 डिग्री अधिक रहा।
आर्द्रता अधिकतम 95 एवं न्यूनतम 84 फीसदी रही। नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज के मौसम वैज्ञानिक डॉ अमरनाथ मिश्रा ने बताया कि अगले 24 घंटे में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने व कोहरा पड़ने की आशंका है। पछुआ हवाओं से तापमान सामान्य से कम रहने के आसार हैं।
*👉कोरोना की स्कूल बंदी से मासूमों को राहत*
कोरोना संक्रमण के प्रकोप के चलते बंद चल रहे स्कूलों से छोटे बच्चों को काफी राहत मिली। कड़ाके की ठंड में बच्चे घर से ही पढ़ाई करते रहे। इस बार विभाग की ओर से स्वेटर वितरण तो किया जा चुका है, लेकिन जूता-मोजा नहीं बंट सका है। सामान्य दिन की तरह स्कूल खुले होते तो नौनिहालों को इस कड़ाके की ठंड में समस्याएं उठानी पड़ती, लेकिन इस बार कोरोना की वजह से दिक्कतें कम हो गई हैं। हालांकि, बड़े बच्चों को स्कूल पहुंचने में दिक्कतों से जूझना पड़ा। साइकिल से निकले बच्चे स्कूल पहुंचने तक ओस की बूंदों से भीग गए।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know