जागरण संवाददाता, नोएडा :

कृषि कानून के विरोध में किसान संगठनों के आज भारत बंद का समर्थन करने से औद्योगिक नगरी नोएडा, ग्रेटर नोएडा में उद्यमी व व्यापारिक संगठनों ने इन्कार कर दिया है। उनका कहना है कि किसानों के साथ उनकी पूरी सहानुभूति है, पर कोरोनाकाल में छाई आर्थिक मंदी और अब इस आंदोलन से वे परेशान हो रहे हैं। जैसे-तैसे कामगारों का वेतन निकल रहा है। कामगार भी किसानों के ही बच्चे हैं। आंदोलन से इकाइयों तक कच्चा माल तक नहीं पहुंच पा रहा है। कारोबारी गतिविधियां प्रभावित हैं। उन्होंने सरकार से अविलंब इस मसले का हल निकालने का अनुरोध किया है। जारी किया हेल्पलाइन नंबर

भारत बंद को लेकर सतर्क औद्योगिक संगठनों ने कामगारों को रोज की तरह मंगलवार को भी काम पर बुलाया है। एमएसएमई इंडस्ट्रियल एसोसिएशन ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिया है। जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह नाहटा ने कहा कि फैक्ट्रियों के संचालन व कामगारों को किसी तरह की दिक्कत होने पर हेल्पलाइन नंबर 9873072321, 9311112154, 0120-2533971, 9999631632, 9810001845, 9911192507, 9899939596, 9310404048 पर संपंर्क कर सकते हैं।

वर्जन..

औद्योगिक इकाइयां भारत बंद के समर्थन में नहीं है। कोरोनाकाल में वैसे ही अर्थव्यवस्था गिर रही है। आज उद्योग चलाना मुश्किल है। सरकार-किसान बैठकर वार्ता से समस्या का हल निकालें।

-विपिन कुमार मल्हन, अध्यक्ष, नोएडा एंटरप्रिनियोर्स एसोसिएशन किसान-सरकार से आग्रह है कि वे वार्ता से मसले को हल करें। बार्डर बंद होने से सर्वाधिक असर व्यापारिक गतिविधियों पर पड़ रहा है। यहां आने वाला अधिकांश माल दिल्ली से आता है। बार्डर जल्द खोला जाए।

-नरेश कुच्छल, जिलाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल