बाराबंकी : अपहरण कर फिरौती लेने वाले तीन सिपाहियों पर मुकदमा

हिंदी संवाद बाराबंकी 

बाराबंकी जिले में युवक के अपहरण और उससे फिरौती मांगने के मामले में निलंबित तीन सिपाहियों पर कोठी पुलिस ने अपहरण व फिरौती मांगने में मुकदमा दर्ज किया है। एसपी के आदेश पर कोठी पुलिस ने यह कार्रवाई की है। सीओ रामसनेहीघाट की जांच में तीनों सिपाही दोषी पाए गए थे। जबकि साक्ष्यों के अभाव में एक सिपाही को बरी कर दिया गया। इस कार्रवाई से पुलिस महकमें में हड़कंप मचा है।

मसौली थाना क्षेत्र के मूलीगंज गांव निवासी राहुल सिंह का 16 अक्टूबर की शाम को 7 बजे मसौली चौराहा से अपहरण किया गया था। फिरौती के तीन लाख देकर छूटे राहुल सिंह ने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की थी। जिसमें उसने बताया था कि मसौली चौराहा पर 16 अक्टूबर की शाम को सफदरगंज के तुरकानी गांव निवासी संदीप मिला था। उसने कहा था कि लखनऊ से एक पार्टी आई है और जमीन देखना चाहती हैं। मना करने के बाद भी दो कारों से आए लोग उसे जबरिया लेकर चले गए। कोठी थाना क्षेत्र के एक निजी मकान में ले गए और कमरे में बंद कर दिया।

इसके बाद कोठे थाने में तैनात सिपाही जमाल ने उसे धमकाते हुए कहा कि तुमको बदमाश बनाते हैं। इसके बाद उसने दस लाख रुपये की मांग की थी। रकम न देने पर 2 किलो अफीम या 2 किलो मार्फिन में जेल भेजने की धमकी भी दी जा रही थी। मना करने पर उन लोगों ने सिर पर पिस्टल तान दी और रुपये मंगाने के लिए कहा। राहुल ने बताया कि परिवार व दोस्त से तीन लाख रुपये मंगा कर दिए जिसके बाद उसे छोड़ा गया। उसने कोठी थाने में तैनात सिपाही जमाल व नीलेश सिंह और लाइन के सिपाही अमित सिंह व आशीष तिवारी पर आरोप लगाया था।

जांच में तीन सिपाही दोषी, एक बरी: सीओ रामसनेहीघाट पंकज सिंह को दी गई थी। जांच के दौरान आरोपी सिपाही नीलेश सिंह, आशीष तिवारी व जमाल के खिलाफ युवक के अपहरण व फिरौती मांगने के साक्ष्य मिले। जिसकी रिपोर्ट उन्होंने पुलिस अधीक्षक को सौंपी थी। इस सम्बंध में सीओ पंकज सिंह ने बताया कि जांच में तीन सिपाहियों के खिलाफ साक्ष्य मिले थे। आरोपी सिपाही अमित सिंह के खिलाफ को सबूत नहीं मिला है। रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक को सौंप दी गई है।