आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज परिसर में तीन दिवसीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी का आयोजन किया गया
कृषि वैज्ञानिक नई तकनीक विकसित करें, जिससे किसान उनका लाभ लेकर आगे बढ़ सकें - मुख्यमंत्री उ0प्र0
परियोजनाएं व्यापक परिवर्तन में सहायक
नई खोज नई परियोजनाओं के तहत उत्तर प्रदेश कृषि के क्षेत्र में
दिन प्रतिदिन आगे बढ़ रहा
- सूर्य प्रताप शाही
लखनऊ: 20 दिसंबर 2020
उत्तर सरकार के कृषि विभाग की ओर से आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज परिसर स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल के मैदान में तीन दिवसीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं विशिष्ट अतिथि कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही और कृषि राज्यमंत्री लाखन सिंह राजपूत रहे। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज के परिसर में आयोजित तीन दिवसीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फीता काटकर किया। इसके उपरांत उन्होंने कृषि गोष्ठी किसान सम्मेलन का दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री योगी ने किसानों की आय दोगुनी करने के प्रति प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों को नई तकनीक विकसित करने के लिये कहा जिससे किसान उनका लाभ लेकर आगे बढ़ सकें। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री का एक ही सपना है कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाए और किसानों के चेहरे पर खुशहाली एवं समृद्धि आवे। कृषि गोष्ठी में पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री का स्वागत कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही एवं कुलपति डॉ विजेंद्र सिंह ने स्मृति चिन्ह किसानों का बैल चालित हल एवं अंग वस्त्र भेंट कर किया।
किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कृषि विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी में पहुंचे किसानों का स्वागत किया। उन्होंने सबसे पहले प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद मंत्रिपरिषद की पहली बैठक में लिए गए किसानों के कर्ज माफी के निर्णय का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने सबसे पहले किसानों के कर्ज माफी करने का काम किया था, जिसका फायदा प्रदेश के किसानों को सीधे पहुंचा है। उन्होंने कहा कि कृषि शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व सुधार हुए हैं, सभी परियोजनाओं को जमीन पर उतारने का काम प्रदेश सरकार ने किया है। समूचे प्रदेश में अब तक 89 कृषि विज्ञान केंद्र है। जिसमें से आचार्य नरेंद्रदेव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में अभी हाल ही में 8 कृषि विज्ञान केंद्रों की सौगात मिली।
कृषि मंत्री ने पूर्व सरकारों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अगर सरकारों ने ध्यान दिया होता तो उत्तर प्रदेश का भी किसान पूरे देश में सबसे अग्रणी होता। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा 95 करोड़ रुपये लागत की 39 परियोजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि यह परियोजनाएं व्यापक परिवर्तन करेंगी। उन्होंने बताया कि कृषि वैज्ञानिकों की नई नई खोज के चलते उत्तर प्रदेश अब सबसे बड़ा खाद्य उत्पादक प्रदेश हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पूर्व में गन्ना उत्पादन मात्र 600 कुंतल प्रति हेक्टेयर ही होता था, किंतु प्रदेश में वर्तमान सरकार के कार्यकाल में गन्ना किसानों का एक भी पाई बकाया नहीं है और गन्ना उत्पादन भी 600 कुंतल प्रति हेक्टेयर से बढ़कर 800 कुंतल प्रति हेक्टेयर तक हो गया है। दूध एवं मत्स्य उत्पादन में भी उत्तर प्रदेश इस समय पूरे देश में नंबर एक पर है। नई खोज नई परियोजनाओं के तहत उत्तर प्रदेश कृषि के क्षेत्र में दिन प्रतिदिन आगे बढ़ रहा है। उन्होंने मौजूद किसानों से भारत माता की जयकार इतने जोर से करने की बात कहते हुए कहा कि जयकारा इतना जोर से लगना चाहिए कि धरने पर बैठे किसानों को बता दें कि देश का किसान खुशहाल है, तरक्की कर रहा है, उसे किसान बिल से कतई विरोध नहीं है।
समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेश सरकार के कृषि राज्यमंत्री लाखन सिंह राजपूत ने प्रदेश सरकार की ओर से किसानों के कल्याण के लिए चलाई गई विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कृषि विश्वविद्यालय में किसान मेले के आयोजन पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि निश्चित ही इस कृषि प्रदर्शन एवं किसान मेले का फायदा क्षेत्र एवं प्रदेश के किसानों को मिलेगा। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति सहित विशिष्ट अतिथियों एवं किसानों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।
कुलपति डॉ विजेंद्र सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में 20 नए कृषि विज्ञान केंद्र खोले जाने का प्रस्ताव पारित हुआ, जिसमें सर्वाधिक 8 कृषि विज्ञान केंद्र अकेले आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज के अधीन खोले गए हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों को भी एक-एक करके गिनाया तथा मौजूद मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री सहित प्रदेश सरकार के कई मंत्री और विधायकों को भरोसा दिलाया कि निश्चित ही विश्वविद्यालय किसानों को नवीन तकनीकी दिलाकर उनकी उत्पादकता बढ़ाने में सहभागी बनेगा। विश्व विद्यालय प्रबंध परिषद सदस्य एवं विधायक गोरखनाथ बाबा ने अपनी विधानसभा क्षेत्र स्थित कृषि विश्वविद्यालय में किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी के आयोजन पर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने किसानों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं को भी सराहा।
कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव कृषि डॉ देवेश चतुर्वेदी, प्रदेश सरकार के गन्ना राज्य मंत्री सुरेश पासी, राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल, बाराबंकी सांसद उपेंद्र सिंह रावत विधायक अयोध्या वेद प्रकाश गुप्ता विधायक बीकापुर शोभा सिंह चैहान एवं उनके प्रतिनिधि अमित सिंह चैहान अयोध्या में मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, क्षेत्रीय मंत्री शेष नारायण मिश्रा, अभिषेक मिश्रा, जिला अधिकारी अनुज कुमार झा, मुख्य विकास अधिकारी प्रथमेश कुमार डीआईजी/एसएसपी दीपक कुमार सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी एवं विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष एवं अधिष्ठाता मौजूद रहे।
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