उत्तर प्रदेश की योगी सरकार किसानों के लिए हेड से टेल तक नहरों में पानी पहुंचाने का दावा फेल करते ठेकेदार
अल्पिका माइनरों की सील्ड सफाई के नाम पर,लाखों का भ्रष्टाचार
तिलोई/अमेठी किसानों के खेतों तक समय से पानी पहुंचे इसके लिए प्रदेश सरकार ने प्रदेश की सभी अल्पिका माइनरों की सील्ड सफाई के लिए करोड़ों का धन आवांटन नहर विभाग के अधिकारियों किया और अल्पिका माइनरों की सील्ड सफाई का सारा दारोमदार समितियों पर निर्भर है इसके लिए बकायदा समितियों का गठन हो रखा है वर्तमान में अमेठी जिले के प्रत्येक अल्पिका नहरों की सील्ड सफाई का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है और लगभग कार्य पूरा होने की कगार पर भी है बात करते हैं तिलोई स्थित शारदा सहायक खण्ड 28 से निकलने वाली नसरतपुर अल्पिका नहर की जिसकी खोदाई का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है बावजूद नसरतपुर अल्पिका नहर के टेल पोर्सन पर खोदाई के नाम पर ठेकेदार पीर अली द्वारा बड़ा खेल खेला गया है यहां टेल पोर्सन पर पूरी नहर घास फूस से ढकी पड़ी है और चतुर ठेकेदार पीर अली ने महज फावड़े से मजदूरों के सहारे घास फूस ही हटवाया है और तो और टेल पोर्सन पर कहीं खोदाई हुई ही नहीं है सबसे मजे की बात तो उस समय सामने आई जब नसरतपुर अल्पिका की खोदाई जिम्मा सम्हालने वाले ठेकेदार पीर अली से इस सम्बन्ध में बात की गई तो उन्होंने बताया कि अल्पिका माइनर की खोदाई का कोई मानक होता ही नहीं है इसके अलावा उन्होंने बताया कि अभी विभाग से कोई पेमेंट प्राप्त ही नहीं हुई है यह तो हम अपनी जेब से खर्च कर कार्य करवा रहे हैं रही बात टेल पोर्सन की तो वहां स्थानीय ग्रामीण स्वयं खोदाई करवाने में बाधक बन रहे हैं समिति के अध्यक्ष रमेश पाण्डेय ने बताया कि विभाग ने हमें एल सेक्शन तो दे दिया लेकिन क्रास सेक्शन सम्बन्ध में विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वह हमारे पास नहीं है टेल पोर्सन पर खोदाई के सम्बन्ध में उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी हमारे पास नहीं है तो यह है अल्पिकाओं की खोदाई का जिम्मा सम्हालने वाले जिम्मेदारों की जुबानी जो सरकारी धन के बंदर बांट के चक्कर में इतना मसगूल हो गए कि अपनी वास्तविक जिम्मेदारी निभाने तक का भी समय इनके पास नहीं है तो आखिर कहां से किसानों के खेत तक पहुंचेगा समय से पानी ।
बोले अवर अभियंता :
इस सम्बन्ध में शारदा सहायक खण्ड 28 के अवर अभियंता नवनीत वर्मा से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि एल सेक्शन समिति के अध्यक्ष को अवलेबल करा दिया गया है क्रास सेक्शन हमारे पास उपलब्ध नहीं बाकी रही बात टेल पोर्सन की तो वह हमारे यहां लिखा-पढ़ी में नहीं है इसके अलावा यदि बीच की खोदाई मानक विहीन हुई है तो पेमेंट में रोक लगा दी जायेगी सही मायने यदि मानक के तहत कार्य होना मौके पर पाया जायेगा तभी इसकी पेमेंट की जायेगी
अमेठी रिपोर्ट संतोष त्रिपाठी
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