लोकदल कई राजनैतिक दलों की जननी। सरदार बीएम सिंह


   भदोही। भरतीय किसान मज़दूर संघ के अध्यक्ष सरदार वीएम सिंह ने वाराणसी में लोक दल के संघर्षो की सराहना करते हुये कहा कि लोक दल कई राजनैतिक दलो की जननी है। लोक दल के चिन्ह "खेत जोतता हुआ किसान" को आज देश के लगभग सभी किसान संगठनो के लोग अपने झंडे और सर पर टोपी के रूप मे धारण कर के देश के महान किसानो के मसीहा पुर्व प्रधानमंत्री स्व.चौधरी चरण सिंह व उनके द्वारा स्थापित लोक दल के संघर्ष को आगे बढ़ा रहे है।    
      उन्होने लोक दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता/प्रभारी उत्तर प्रदेश जयराम पान्डेय व प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह मुन्ना तथा जिलाध्यक्ष रमेश गुप्ता से वार्ता करते हुये राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह की भूरि भूरि प्रशंसा की और लोक दल के संघर्षो को याद करते हुये नम आंखों से स्व.चौधरी चरण सिंह को अपनी भावपूर्ण श्रंधांजली अर्पित करते हुये कहा कि लोक दल एक बिचार धारा का नाम है जिसके सिधान्तो को अपना कर ही देश के किसानो का भला हो सकता है। उन्होने वर्तमान राजनैतिक दलो को कटघरे मे खड़ा करते हुये कहा कि लोक दल से निकल कर तमाम नेता मुलायम सिंह यादव,नितीश कुमार,अजीत सिंह,राम बिलास पासवान,आदि दर्जनो नेता जिस तरह से इस देश मे मौसम बदलता है ठीक उसी तरह से अपना सिधान्त और दल बदल कर केन्द्र और राज्य सरकारो मे प्रतिनिधित्व करते हुये राजसत्ता का रसपान करके अपना अपना राजनैतिक दल चला रहे है। 
   उन्होने कहा कि आज देश भर के किसानो के अरमानों पर केन्द्र की सरकार कहर बन कर टूट पड़ी है। केन्द्र सरकार अल्प कालीन मानसून सत्र मे पाँच अहम विधेयको को लोक सभा और राज्य सभा मे बिना बहस और चर्चा कराये पास करा कर न सिर्फ किसानों, मजदूरों का हक छिना है बल्कि देश और दुनिया के तमाम उद्योगपतियो के हाथों देश के असंख्य किसानों को बधुआ मज़दूरी करने के कगार पर ला कर खड़ा कर दिया है परिणाम स्वरुप देश भर के लगभग 500 किसान संगठन दिल्ली के बार्डर पर कड़ाके की ठंढ मे खुले आसमान में आन्दोलन रत है।
     उन्होने कहा कि किसानों से जुड़े विधेयक पर इस समय अब जा कर चर्चा होनी शुरू हुई है, लेकिन श्रमिकों के अधिकार छीनने व कंपनियों को सहूलियतें देने वाले विधेयकों पर चर्चा नही हो रही है। इस लिये वर्तमान हालात को देखते हुये लोहिया वादी,चरण सिंह वादी,राज नारायण सिंह वादी, चौ.छोटु राम वादी, महेंद्र सिंह टिकैट वादी विचार धाराओ को एक जुट हो कर इस गूँगी बहरी सरकारो को उखाड़ फेकना होगा। उन्होने देश के सभी किसान संगठनों,किसानों के हितों के लिये समर्पित उपरोक्त सामान विचार धाराओ वाले संगठनो का आह्वाहन किया कि देश व्यापी किसान आन्दोलन मे भाग ले या अपने अपने जनपदों,मंडलो,प्रदेशों मे जनांदोलन चलाये।

लोकसभा और राज्यसभा से पारित पाँच कानून

 1. कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक, 2020, 
2. किसानों (सशक्तिकरण और संरक्षण) का मूल्य आश्वासन अनुबंध एवं कृषि सेवा विधेयक, 2020,
3. आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक, 2020,
 4. पेशेवर सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं कामकाज की स्थिति (ओएचएस) संहिता विधेयक, 2020,
5. कंपनी (संशोधन) विधेयक, 2020 शामिल है।

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