कोरोना काल की वजह से यूपी बोर्ड के साथ ही सीबीएसई परीक्षा के पैटर्न कम होने का लाभ परीक्षार्थियों को मिलेगा। कोर्स कटौती होने से परीक्षा की तैयारियों का दबाव थोड़ा कम होगा, वहीं वैकल्पिक और विचारों पर आधारित सवालों की संख्या अधिक रह सकती है। इसका जवाब अगर छात्रों ने सही तरीके से दिया तो उन्हें अच्छे अंक पाने में कोई कठिनाई नहीं होगी।
सीबीएसई ने इस बार दसवीं, बारहवीं के कोर्स में 30 प्रतिशत की कटौती की है। नए कोर्स के हिसाब से छात्रों की कक्षाएं चलाई जा रही हैं
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