ऑनलाइन क्लास में एकरूपता लाने के लिए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ मानक तैयार कर रहा है। इसके लिए एक समिति गठित की गई है। इसमें 23 शिक्षक शामिल हैं। इसमें संबद्ध कॉलेजों के भी शिक्षक हैं। हिन्दी विभाग के प्रो. निरंजन सहाय को समिति का समन्वयक बनाया गया है। ये मानक संबद्ध कॉलेजों पर भी लागू होंगे।
विश्वविद्यालय और सम्बद्ध कॉलेजों के कई पाठ्यक्रमों में अभी ऑनलाइन कक्षाएं ही चल रही हैं। विश्वविद्यालय के सामने यह शिकायत आई थी कि इसमें एकरूपता नहीं है। शिक्षक अपने-अपने तरीके से पढ़ा रहे हैं। ई-कंटेट, वीडियो की अवधि, क्लास की अवधि अलग-अलग है। इसी कमी को दूर करने के लिए मानक तैयार किये जा रहे हैं।

यह माना जा रहा है कि अभी अधिकतर पढ़ाई ऑनलाइन ही होगी। समिति के समन्वयक प्रो. निरंजन सहाय ने बताया कि समिति छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा देने के लिए नीति निर्देशों का प्रारूप तैयार कर रही है। पारम्परिक शिक्षा के साथ ऑनलाइन शिक्षा के एकीककरण का रास्ता भी सुझाया जाएगा। ऑनलाइन एजुकेशन के ई-कंटेंट तैयार करने, अध्ययन सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए निर्देश तैयार किया जाएगा। ऑनलाइन शिक्षा से जुड़े किसी भी मामले पर यह समिति विचार करेगी।

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