अम्बेडकर नगर, 14 दिसम्बर । सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की सरकार प्रदेश के किसानों की ही नहीं पूरे देश के किसानों की हितैषी नहीं है। सरकार ने लोकसभा और राज्यसभा में किसान बिल को पास कर गरीब मजदूर किसानों की कमर को तोड़ने का काम किया है। सरकार भी किसानों की आय दोगुनी करने की बात करती है और धरने पर बैठे किसान भी अपनी लागत को दुगनी करने की मांग कर रहे हैं।सरकार को इनकी मांगों को पूरा करने का प्रयत्न करना चाहिए । यह कानून किसानों के लिए अहितकर है । सरकार को इसे वापस लेना चाहिए। समाजवादी पार्टी किसानों के चल रहे धरने को अपना समर्थन देती है और किसानों ही नहीं बेरोजगार नौजवान युवाओं के लिए लड़ी जाने वाली हर लड़ाई में इनके साथ है। उक्त बातें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आजमगढ़ से लौटते समय आलापुर विधानसभा क्षेत्र में स्थित राम अवध स्मारक महाविद्यालय कसदहा शुकुल बाजार के प्रांगण में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया से मुखातिब होते हुए कही। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा कार्यकर्ताओं के साथ किए जा रहे दुर्व्यवहार की निंदा करते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन को तमाम सुविधाएं समाजवादी पार्टी की सरकार में ही मुहैया कराई गई थी। पुलिस थानों में डीजल के लिए पैसा नहीं होता था। पुलिस व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए डायल हंड्रेड जैसी सुविधा भी समाजवादी पार्टी की देन है लेकिन डायल हंड्रेड को भी इस सरकार ने बिगाड़कर 112 कर दिया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से इस वक्त को कार्यकर्ताओं की परीक्षा का वक्त बताते हुए कहा कि समय का इंतजार करें । 2022 में, जो आपको रोक रहे हैं यही आप को सैल्यूट भी करेंगे।बता दें कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आजमगढ़ में समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री रहे वसीम अहमद के इंतकाल के बाद उनके परिवार में शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए रविवार की देर शाम सड़क मार्ग से अंबेडकरनगर होते हुए आजमगढ़ गए हुए थे। रविवार को लौटते समय आलापुर विधानसभा क्षेत्र के कसदहा शुकुल बाजार में स्थित राम अवध स्मारक महाविद्यालय में उनका पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा व समाजवादी पार्टी में हाल ही में शामिल पूर्व सांसद त्रिभुवन दत्त के नेतृत्व में स्वागत एवं प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था। इसमे पत्रकारों से मुखातिब हुए हुए अखिलेश यादव ने उपरोक्त बातों के साथ ही सरकार के द्वारा लॉकडाउन के दौरान दी गई डेढ़ करोड़ नौकरियों की घोषणा को भी जुमला बताया। कहा कि यह सरकार हवा और धुएं के सहारे चल रही है। इससे पूर्व महाविद्यालय परिसर में पहुंचे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा, पूर्व सांसद त्रिभुवन दत्त, विधायक सुभाष राय, जिला अध्यक्ष रामसकल यादव,पूर्व एमएलसी विशाल वर्मा, मोहम्मद एबाद, मुजीब अहमद, अतरौलिया विधायक संग्राम यादव,पूर्व विधायक भीम प्रसाद सोनकर ,पूर्व मंत्री गोपी नाथ वर्मा,जगदीश राजभर सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने माला पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद पूर्व विधायक एवं पूर्व सांसद त्रिभुवन दत्त ने अखिलेश यादव का संबोधन करते हुए स्वागत किया। इस दौरान पार्टी विधानसभा अध्यक्ष टांडा संदीप यादव, रामनगर ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि बलिराम गौतम,आलापुर भीम लाल कनौजिया, जलालपुर पृथ्वीपाल यादव,पूर्व विधानसभा अध्यक्ष फिरोज अहमद, प्रेम सागर प्रजापति सहित कई वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का कुशल संचालन मुजीब अहमद जुगनू ने किया। हालांकि इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री के प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर प्रशासनिक अमला भी पूरी तरीके से हलकान रहा। यहां तक की जिला अधिकारी और जनपद के पुलिस कप्तान भी पूरे पुलिस महकमे के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस स्थल पर कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए मौजूद रहे।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बोले, देश के किसानों की हितैषी नही है भाजपा सरकार,सरकार से कृषि बिल को वापस लेने की मांग आजमगढ़ से लौटते समय मीडिया से मुखातिब थे सपा प्रमुख
विकाश कुमार निषाद हिंदी संवाद ब्यूरो चीफ अम्बेडकर नगर
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