उतरौला से असगर अली की रिपोर्ट
शीतलहर ने अपना तेवर दिखाना शुरू कर दिया है। इस समय बुजुर्ग, बीमार व बच्चों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। इस दौरान ब्रेन व हार्ट स्ट्रोक के साथ कोल्ड डायरिया, सीने में जकड़न, ब्लड प्रेशर का खतरा सबसे अधिक होता है। सीएचसी अधीक्षक डॉ. चंद्र प्रकाश बताते हैं कि शरीर को पूरी तरह ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़े हर आयु वर्ग के लिए जरूरी है। रक्त का प्रवाह शरीर में नियमित रूप से चलता रहे इसके लिए पैदल चलना व शारीरिक श्रम भी करते रहना चाहिए। रक्तचाप वाले मरीजों को शीत लहर में ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि उच्च या निम्न रक्तचाप की दशा में हार्ट या ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। डॉ. एससी भारती बताते हैं कि सामान्य व्यक्ति को भी ठंड से बचाव के पर्याप्त उपाय करने के साथ गर्म पेय या उर्जा देने वाले खाद्य पदार्थ का निरंतर सेवन करना चाहिए। कोरोना या अन्य संक्रमण से सुरक्षित रहने के लिए काढ़े का सेवन जरूरी है। मौसमी फल, हरी सब्जियां, पनीर, सूप का सेवन सभी को करना चाहिए। डॉ. हिना कौसर बताती हैं कि बच्चों में ठंड का असर होता है उन्हें कोल्ड डायरिया, सर्दी, खांसी, एलर्जी का असर हो सकता है। बच्चों को पर्याप्त पोषक आहार देने के साथ-साथ उन्हें ठंड से सुरक्षित रखें। महिलाओं को भी अपने आहार में साबुत अनाज, फल, दूध व गर्म जल का नियमित सेवन करते रहना चाहिए।
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