श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने इन्वेस्ट यूपी के तहत प्राप्त निवेश प्रस्तावों की समीक्षा
कोविड-19 के दौरान भी प्रदेश में 47,572 करोड़ के देशी-विदेशी निवेश के प्रस्ताव मिले
घरेलू निवेशकों से 37,714 करोड़ रुपये के 33 प्रस्ताव, विदेशी निवेशको से 9,858 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए
श्री सिंह ने निवेश प्रस्तावों को जमीन पर उतारने के लिए विशेष सचिव औद्योगिक विकास
श्री मुत्थू स्वामी को नोडल अधिकारी नामित किया
मुम्बई भ्रमण के दौरान प्राप्त निवेश प्रस्तावों को शीघ्र अमल में लाने के प्रयास किये जायं
-निवेश प्रोत्साहन मंत्री
लखनऊ: 09 दिसम्बर, 2020
उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, निवेश तथा निर्यात प्रोत्साहन मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि कोविड-19 आने के बाद जब सम्पूर्ण विश्व की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई, इस दौरान भी किये गये प्रयासों के फलस्वरूप 47,572 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त करने में सफलता हासिल हुए है। जिसमें घरेलू निवेशकों से 37,714 करोड़ रुपये के 33 प्रस्ताव तथा विदेशी निवेशक से 9,858 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव शामिल हैं। उन्होंने इन निवेश प्रस्तावों को जमीन पर उतारने के लिए विशेष सचिव औद्योगिक विकास श्री मुत्थू स्वामी को नोडल अधिकारी नामित किया और परियोजनाओं के यथाशीघ्र क्रियान्वयन के अधिकारियों को उचित निर्देश भी दिए।
श्री सिंह ने यह निर्देश आज खादी भवन में आयोजित इन्वेस्ट यू0पी0 के उपसमिति की बैठक की अध्यक्ष्ता करते हुए दिए। उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान विभिन्न देशों के राजदूतों एवं उच्चायुक्तों से लगातार सम्पर्क बनाये रखा गया, जिसके परिणाम अब सामने आने शुरू हो गये हैं। उन्होंने कहा कि कनाडा से 1746 करोड़ रुपये के निवेश के 02 प्रस्ताव मिले, जिसमें से इकाग्राटा कंपनी ग्रेन एन्फ्रास्ट्रक्चर इक्यूपमेंट के लिए 746 करोड़ तथा मेडिकाॅम गु्रप जेवर में 1000 करोड़ का निवेश कर पीपीई किट, मास्क और ग्लव्स का प्लांट लगायेगी।
श्री सिंह ने कहा इसी प्रकार जर्मनी की चार कंपनियां लाट्रिक वाॅन वेलेक्टस इण्डिया लिमिटेड फूटवेयर, स्विंग स्टेटर इण्डिया लिमिटेट हैवी मशीनरी, जाॅक टेक्नालाॅजी पावर प्लांट तथा उप्पलस् आईटी प्रोजेक्ट प्रा0लि0 आईटी के क्षेत्र में निवेश करेगी। इनके आलवा हांगकांग की ताॅंग-फांग कंपनी ग्रेटर नोएडा में 1000 करोड़ रुपये से सोल्डर वायर के क्षेत्र में निवेश करेगी। निवेश प्रोत्साहन मंत्री ने कहा कि इसके अतिरिक्त सिंगापुर की आर0बी0डी0सी0 प्रा0लि0 नोएडा में 1500 करोड़ रुपये का निवेश करके डाटासेंटर की स्थापना करेगी तथा यू0के0 की ट्रीनिटी नेचुरल गैस प्रा0लि0 कंपनी जेवर एअरपोर्ट के पास 1000 करोड़ रुपये का लाॅजिस्टिक एवं वेअरहाउसिंग के क्षेत्र में निवेश करेगी। इसी प्रकार यू0के0 की ही एसोसिएटेड ब्रिटिश फूड कंपनी मध्यांचल मंे 375 करोड़ का निवेश करके यीस्ट और बेकरी का प्रोसेसिंग प्लांट लगायेगी।
निवेश प्रोत्साहन मंत्री ने कहा कि प्रदेश में निवेश नीति के तहत घरेलू निवेशकों ने यू0पी0 में निवेश की प्रबल इच्छा दिखाई। जिसमें हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड सुमेरपुर में डिट्रेजेंट तथा शर्फ उत्पादन के क्षेत्र में 700 करोड़ का निवेश करेगी। इन्डोस्पेश कैपिटल एडवाइजर लि0 1000 करोड़ की लागत से एनसीआर क्षेत्र में डाटासंेटर खोलेगी। इसके साथ ही अंकुर उद्योग गोरखपुर में स्टील उत्पादन के क्षेत्र में 351 करोड़ का निवेश करेगी। हिन्दुस्तान फूड लि0 पूर्वांचल में 100 करोड़ की लागत से डेयरी प्रोसेसिंग प्लांट लगायेगी। इसी प्रकार ट्रेड प्रमोशन काउंसिल आॅफ इण्डिया द्वारा 1000 करोड़ रुपये का निवेश फर्नीचल क्लस्टर के क्षेत्र में करेगी, जबकि वी0के0 मोदी गु्रप द्वारा रामपुर में 1000 करोड़ का निवेश हाईटेक प्रीसीजन इक्यूपमेंट लगाने में किया जायेगा। इनके अलावा अडानी गु्रप द्वारा एनसीआर क्षेत्र में 1500 करोड़ की लागत से डाटा सेंटर की स्थापना की जायेगी तथा मैकमैन मेडिकल प्रा0लि0 द्वारा एन0सी0आर0 क्षेत्र में ही 7400 करोड़ का निवेश करके मेडिकल डिवाइसेस बनाने का प्लांट लगाया जायेगा।
श्री सिंह ने कहा कि मुम्बई भ्रमण के दौरान अडाणी ,सीमेंस, हीरानंदानी गु्रप, एलएण्डटी, टाटा संस, आदित्य बिड़ला गु्रप, नाबार्ड, कल्याणी गु्रप, सीमेंस साफ्टवेयर इण्डिया के समूहों ने निवेश की इच्छा जताई है। इसमें टाटा गु्रप ने इलेक्ट्रानिक्स, होटल, इलेक्ट्रिक व्हीकल, चार्जिंग स्टेशन तथा सौर उत्पाद के क्षेत्र में निवेश के इच्छा जाहिर की। हीरानंदानी गु्रप द्वारा शिक्षा, कौशल विकास, कांस्ट्रक्शन तथा टाउनशि में निवेश, सीमेंस इण्डस्ट्री द्वारा डिफेंस क्षेत्र में निवेश का मंशा प्रकट की है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन निवेशकों के साथ लगातार सम्पर्क स्थापित किया जाय और निवेशकों को हर प्रकार की सुविधा एवं मदद देने में सहयोग प्रदान किया जाय।
बैठक में अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास श्री आलोक कुमार एवं अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 डा0 नवनीत सहगल ने अवगत कराया कि कोविड के बाद प्राप्त सभी निवेश प्रस्तावों पर तेजी से काम चल रहा है। अधिकत्म निवेशकों को जमीन आवंटित कराने के कार्यों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know