रिपोर्ट - सूरज कुमार शुक्ला इटियाथोक गोंडा 
 
गोण्डा। 
तहसील मुख्यालयों पर मुंसिफ न्यायालय व ग्राम न्यायालय स्थापना के  विरोध  में   चल रहा है अधिवक्ताओं का आन्दोलन गुरुवार को ग्यारहवें दिन भी  जारी रहा।  जिला बार व सिविल बार एसोसिएशन के  संयुक्त तत्वावधान में अधिवक्ताओं ने अध्यक्ष दीनानाथ त्रिपाठी, वीरेंद्र त्रिपाठी एवं महामंत्री मनोज कुमार सिंह,प्रदीप कुमार पाण्डेय के  नेतृत्व मे  ग्यारहवां दिन  डी एम  कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया।
वरिष्ठअधिवक्ताओं ने अपने सम्बोधन में आरोप लगाया कि तीनों तहसीलों में न्यायिक प्रक्रिया संचालित नही हो सकती है। यदि ग्राम न्यायालय के नाम पर तीनों तहसीलो पर मुंसिफ न्यायालय कायम की जाती है तो न तो न्यायालय की गरिमा बचेगी और न ही पीठासीन अधिकारी ही सुरक्षित रहेंगे। 
 धरना-प्रदर्शन के उपरांत एक प्रतिनिधिमंडल डीएम डा. नितिन बंसल से मिलकर एक ज्ञापन भी दिया।  ज्ञापन में तहसीलो पर व्यापक  राजनीतिक हस्तक्षेप एवं  नेताओं के हस्तक्षेप की आशंका व्यक्त करते हुए कहा गया है कि तहसील में ग्राम न्यायालय- मुंसिफ न्यायालय की स्थापना से  गरीबो को न्याय से वंचित होना पड़ेगा। 
अधिवक्ताओं से वार्ता के दौरान डीएम ने  ज्ञापन पर  आवश्यक कार्रवाई करने का अश्वासन दिया और  पूरे प्रकरण के लिए डीजे को जिम्मेदार  बताया। 
इन्सेट 

अधिवक्ता दिवस पर राजेन्द्र बाबू को दी श्रद्धांजलि 

 अधिवक्ताओं ने देश के प्रथम राष्ट्रपति डाक्टर राजेन्द्र प्रसाद की जयंती पर  विचार गोष्ठी का आयोजन किया और पार्क मे स्थित उनकी प्रतिमा पर फूल माला चढ़ाकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।  बार एसोसिएशन सभागार में  गोष्ठी का आयोजन कर वर्तमान समय में जनपद  के परिधि में ग्राम न्यायालय की सार्थकता विषय पर आयोजित विचार गोष्ठी में वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने विचार व्यक्त किया कि  वर्तमान सरकार अपनी स्थिति सुविधाजनक व मजबूत बनाने के लिए न्याय व्यवस्था को अपंग करने पर तुली है। 
  गोष्ठी का संचालन  प्रदीप कुमार पाण्डेय व मनोज कुमार सिंह ने किया और आभार प्रदर्शन वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविन्द कुमार पाण्डेय ने किया।  
   इस  मौके पर 
गोकरननाथ पाण्डेय, रामकृपाल  शुक्ल, माधव राज मिश्र,सुरेश प्रसाद पाठक,  विवेक मणि श्रीवास्तव, विन्देश्वरी प्रसाद दूबे, राजेश मिश्र, राम बुझारत मिश्रा, उपेन्द्र मिश्र, जमील खां,अनिल सिंह, अशोक तिवारी, विजय प्रकाश त्रिपाठी, कौशल किशोर पाण्डेय, रमेश कुमार दूबे, अनुपम शुक्ल,इन्द्रमणि शुक्ल, राजकुमार चतुर्वेदी,गिरवर चतुर्वेदी. रजनीश पाण्डेय, रामू प्रसाद,  सन्तोष कुमार ओझा , विश्वनाथ सिंह, भगौती प्रसाद,भगौती प्रसाद मिश्र, प्रभात शुक्ल, उत्कर्ष त्रिपाठी, राहूल, राजीव कुमार,अजय तिवारी, त्रिपाठी,जगन्नाथ शुक्ल, अजयविक्रम सिंह, रविप्रकाश पाण्डेय, गौरीशंकर चतुर्वेदी,रीतेश यादव,अतुल कुमार श्रीवास्तव,प्रमोद नन्दन श्रीवास्तव,इक़बाल बहादुर श्रीवास्तव,जयदिनेश शुक्ल,भगौती प्रसाद मिश्र, अविनाश पाण्डेय,उत्कर्ष त्रिपाठी,परशुराम मौर्य, नन्दकुमार शुक्ल,अविनाश पाण्डेय आदि अधिवक्ता  मौजूद रहे।
रिपोर्ट - सूरज कुमार शुक्ला इटियाथोक गोंडा 

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