उतरौला(बलरामपुर)
उतरौला कस्बा के मदरसा दारुल उलूम जियाउल इस्लाम अहले सुन्नत में शुक्रवार को अल्पसंख्यक अधिकार दिवस के मौके पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। अध्यक्षता मदरसा के प्रधानाचार्य मुफ्ती जमील अहमद खान ने किया।
कार्यक्रम की शुरुआत कुरान पाक की तिलावत से की गई। साथ ही मदरसे के कई  तालीब ए इल्म ने नात, तकरीर आदि के जरिए अल्पसंख्यक अधिकार के बारे में अपना ज़हनी नजरीया पेश किया। कार्यक्रम में तशरीफ़ फरमा मेहमानों ने भी अल्पसंख्यकों के विकास एवं उत्थान को लेकर अपना रुझान जाहिर किया।

मदरसा प्रधानाचार्य जमील अहमद खां ने बच्चों को भविष्य का कर्णधार बताते हुए पढ़ लिखकर देश का सुनहरा मुस्तकबिल बनाने में अपना योगदान देने के लिए दुआ की।अल्पसंख्यकों के शैक्षिक उन्नयन, विकास एवं उत्थान के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति योजना, पढ़ो परदेश, नया सवेरा, नई उड़ान, सीखो और कमाओ, नई मंजिल, अल्पसंख्यक टर्म लोन, नई रोशनी, शादी शगुन, हमारी धरोहर आदि विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला तथा सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया। कोरोनावायरस से जल्द निजात पाने, अल्पसंख्यकों के बेहतर मुस्तकबिल, मुल्क में अमन व खुशहाली की दुआ के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। 
इस अवसर पर हाफिज अब्दुल दय्यान, मौलाना अजमल, मौलाना मेराज, मौलाना रमजान , मौलाना आसिफ रजा खान, वाजिद अली , आफाक अहमद , मोहम्मद रिजवान, शहजाद रजा, मोहम्मद शोएब आदि मौजूद रहे। 

असगर अली 
उतरौला 

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने