विद्यालय नर्सरी योजना के तहत उत्तर प्रदेश में प्रथम वर्ष
45 पौधशाला स्थापित करने का लक्ष्य
कक्षा छः से आठ तक के विद्यार्थियों के सहयोग से नर्सरी का होगा विकास
विद्यालय को मिलेगा नर्सरी हेतु 50 हजार रुपये का बजट
लखनऊः 14 दिसम्बर, 2020
भारत सरकार द्वारा जन सहभागिता के माध्यम से देश की हरियाली में वृद्धि हेतु युवाओं के सक्रिय सहयोग लेकर विद्यालय नर्सरी योजना संचालित की जा रही है। इस हेतु देश के सभी प्रदेशों में प्रतिवर्ष 1000 विद्यालय चयनित किये जायेंगे तथा प्रत्येक विद्यालय में 1000 पौधे रोपित किये जायेंगे। उत्तर प्रदेश में प्रथम वर्ष 45 पौधशाला स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पाठशाला की पौधशाला नाम से संचालित इस योजना में पर्यावरण में सुधार के साथ ही विद्यार्थियों में प्रकृति संरक्षण एवं पौध रोपण के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने में सहायता मिलेगी।
यह जानकारी मुख्य वन संरक्षक (प्रचार-प्रसार) श्री मुकेश कुमार ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि जनपदों में भूमि की उपलब्धता के अनुसार विद्यालयों का चयन किया जायेगा। नर्सरी में नर्सरी बेड, पानी की व्यवस्था, पालीबैग एवं स्टेशनरी आदि की व्यवस्था होगी। इसके साथ ही नर्सरी में तैयार किये गये पौधों का रोपण विद्यालय में रिक्त पड़ी भूमि, सार्वजनिक एवं प्राइवेट भूमि, गृह बगीचा व अन्य स्थानों में अगले वर्षाकाल में विद्यार्थियों के सहयोग से कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि यह योजना वर्ष 2020-21 से वर्ष 2024-25 तक क्रियान्वित की जायेगी।
श्री मुकेश कुमार ने बताया कि योजना में राज्य सरकार के अधीन एवं केन्द्रीय विद्यालयों के कक्षा छः से आठ तक के विद्यार्थियों का सहयोग लेकर नर्सरी का विकास किया जायेगा। प्रत्येक विद्यालय नर्सरी के क्रियान्वयन हेतु विद्यालय के अध्यापक इन्चार्ज होंगे। प्रत्येक विद्यालय को नर्सरी हेतु 50 हजार रुपये का बजट दिया जायेगा। जिसमें से 40 हजार रुपये नर्सरी स्थापना एवं 10 हजार रुपये फील्ड स्टडी, फोटोग्राफी, एवार्ड तथा रिपोर्ट तैयार करने हेतु उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि विद्यालय नर्सरी की स्थापना हेतु वर्ष 2020-21 के लिए 52 जनपदों के विद्यालयों की सूची भारत सरकार को भेजी गई है।
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