झांसी से आएंगे एनएसवी के विशेष सर्जन
चित्रकूट जिला अस्पताल में तीन दिसंबर को शिविर पुरुष नसबंदी (एनएसवी) के लिए विशेष शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसमें अधिक से अधिक पुरुषों को लाभान्वित कराने की तैयारी है। इसके लिए सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ विनोद कुमार यादव ने बताया कि प्रत्येक माह की 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया जा रहा है। इसके उद्देश्य की पूर्ति के लिए पुरुष नसबंदी पखवारा के अंतर्गत सेवा दिवस (28 नवम्बर से 4 दिसंबर तक) के तहत तीन दिसंबर को जिला अस्पताल में पुरुष नसबंदी का विशेष कैंप लगाया जा रहा है। पुरुष नसबंदी के विशेषज्ञ सर्जन डॉ गोकुल प्रसाद को इस विशेष कैंप के लिए झांसी से बुलाया गया है। वह यहां पुरुष लाभार्थियों की नसबंदी करेंगे। सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारियों को अधिक से अधिक पुरुष लाभार्थियों को विशेष नसबंदी कैंप में लाने के लिए निर्देश दिए गए हैं । परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ इम्तियाज अहमद ने बताया कि नसबंदी से पुरुषों में किसी तरह की कोई कमजोरी नहीं आती है। उन्होंने बताया कि एनएसवी न चीरा न टांका पर आधारित है। इससे साफ है कि इस नसबंदी में चीरा और टांका नहीं लगाया जाता। उन्होंने बताया कि यह नसबंदी पांच से 10 मिनट में हो जाती है। लाभार्थी खुद चल कर आता है। नसबंदी के बाद उन्हें केवल पांच मिनट तक बैठने के लिए कहा जाता है। इसके बाद उन्हें छुट्टी दे दी जाती है। एनएसवी के बाद वह पहले जैसे ही स्वस्थ रहते हैं। किसी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं आती है। उसी प्रकार हर काम कर सकते हैं, जैसे एन एस वी के पहले करते थे। उन्होंने बताया कि पुरुष नसबंदी कराने पर 3000 प्रतिपूर्ति राशि के रूप में लाभार्थी को दिए जाते हैं ।
रिपोर्ट
संदीप द्विवेदी
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