प्रदेश में गत 25 वर्षो में पहली बार कुल 243 खाण्डसारी लाइसेंस जारी किये गये, जिनसे कुल 59950 टी.सी.डी. क्षमता का हुआ सृजन
लखनऊ: 22 दिसम्बर, 2020
उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था में व्यापक सुधार लाने के लिए गुड़ उद्योग एवं खाण्डसारी उद्यम के क्षेत्र में रोजगार के व्यापक अवसर सृजित किये हैं। इसके तहत अब तक 243 लाइसेंस जारी किये गये हैं। जिनकी स्थापना के बाद 59950 टीसीडी पेराई क्षमता का सृजन होगा, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में 1179.20 करोड़ रूपये का पंूजीगत निवेश होगा। गुड़ एवं खाण्डसारी उद्योग के सुचारू रूप से संचालित होने पर लगभग 50 हजार लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार खाण्डसारी लाइसेंसिंग नीति में किये गये सकारात्मक बदलाव और आनलाइन खाण्डसारी लाइसेंसिंग व्यवस्था लागू करने से इस उद्योग के प्रति लोगों की रूचि बढ़ी। प्रदेश में गत 25 वर्षो में पहली बार कुल 243 खाण्डसारी लाइसेंस जारी किये गये, जिनसे कुल 59950 टी.सी.डी. क्षमता का सृजन हुआ।
वर्तमान पेराई सत्र 2020-21 मंे गुड़ उद्योग एवं खाण्डसारी की अब तक 133 इकाई संचालित हो चुकी हंै। जिनकी कुल पेराई क्षमता 25400 टी.सी.डी. है। इन इकाइयों के संचालन से ग्रामीण ़क्षेत्रों में 273 करोड़ रूपये की पूंजी का निवेश हुआ। इस उद्योग में लगभग 16500 लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर सुलभ हुए।
खाण्डसारी उद्योग की सभी इकाइयाॅ प्रारम्भ हो जाने पर 4 से 5 लाख गन्ना किसानों को गन्ना आपूर्ति के अवसर सुलभ होंगे। गुड़ एवं खाण्डसारी इकाइयों के संचालन से गन्ना किसानों को गन्ने की पेराई के लिए एक अतिरिक्त विकल्प भी उपलब्ध हुआ है। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में खाण्डसारी उद्यम में लगे लोगों की आर्थिक दशा में भी व्यापक सुधार परिलक्षित हुआ है।
लखनऊ: 22 दिसम्बर, 2020
उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था में व्यापक सुधार लाने के लिए गुड़ उद्योग एवं खाण्डसारी उद्यम के क्षेत्र में रोजगार के व्यापक अवसर सृजित किये हैं। इसके तहत अब तक 243 लाइसेंस जारी किये गये हैं। जिनकी स्थापना के बाद 59950 टीसीडी पेराई क्षमता का सृजन होगा, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में 1179.20 करोड़ रूपये का पंूजीगत निवेश होगा। गुड़ एवं खाण्डसारी उद्योग के सुचारू रूप से संचालित होने पर लगभग 50 हजार लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार खाण्डसारी लाइसेंसिंग नीति में किये गये सकारात्मक बदलाव और आनलाइन खाण्डसारी लाइसेंसिंग व्यवस्था लागू करने से इस उद्योग के प्रति लोगों की रूचि बढ़ी। प्रदेश में गत 25 वर्षो में पहली बार कुल 243 खाण्डसारी लाइसेंस जारी किये गये, जिनसे कुल 59950 टी.सी.डी. क्षमता का सृजन हुआ।
वर्तमान पेराई सत्र 2020-21 मंे गुड़ उद्योग एवं खाण्डसारी की अब तक 133 इकाई संचालित हो चुकी हंै। जिनकी कुल पेराई क्षमता 25400 टी.सी.डी. है। इन इकाइयों के संचालन से ग्रामीण ़क्षेत्रों में 273 करोड़ रूपये की पूंजी का निवेश हुआ। इस उद्योग में लगभग 16500 लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर सुलभ हुए।
खाण्डसारी उद्योग की सभी इकाइयाॅ प्रारम्भ हो जाने पर 4 से 5 लाख गन्ना किसानों को गन्ना आपूर्ति के अवसर सुलभ होंगे। गुड़ एवं खाण्डसारी इकाइयों के संचालन से गन्ना किसानों को गन्ने की पेराई के लिए एक अतिरिक्त विकल्प भी उपलब्ध हुआ है। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में खाण्डसारी उद्यम में लगे लोगों की आर्थिक दशा में भी व्यापक सुधार परिलक्षित हुआ है।
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