ग्रामप्रधानों का कार्यकाल खत्म होने में अब सिर्फ 18 दिन बचे हैं। 25 दिसम्बर के बाद नए तरीके से काम होगा। वर्तमान प्रधानों का कार्यकाल बढ़ाया जाएगा या सचिव और एडीओ पंचायत को प्रशासक बनाया जाएगा, यह तय नहीं हुआ है। न ही शासन ने इस तरह का कोई आदेश जारी किया है। 
गोंडा के सोलह ब्लॉक क्षेत्रों में 1054 ग्राम पंचायतें हैं। इनके प्रधानों का कार्यकाल 25 दिसम्बर को समाप्त हो जाएगा। उसके बाद भुगतान आदि का पॉवर प्रधान के पास नहीं रहेगा। ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी व एडीओ पंचायत के पास ही बजट खर्च करने की जिम्मेदारी आ जाएगी। हांलकि प्रधान संगठन पहले ही कार्यकाल बढ़ाने या उनको ही प्रशासक नियुक्ति करने की मांग कर चुके हैं। इसको लेकर ज्ञापन भी दिए गए। मौजूदा कार्यकाल के 18 दिन बचे होने के बाद भी अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। 

*नहीं होगी भुगतान में दिक्कत*

अधिकारियों  ने बताया कि 25 दिसम्बर को प्रधानों का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। अब तक कोई ऐसी गाइड लाइन नहीं आई है, जिसमें यह जिक्र हो कि प्रशासक किसे बनाया जाएगा। अगर किसी ग्राम पंचायत का भुगतान बकाया होगा, तो दिक्कत नहीं होगी। इसके लिए औपचारिकता पूरी होनी चाहिए। कागज मजबूत होने चाहिए। 

*होना है लाखों का भुगतान, पड़ा है बजट*
अब भी कई ग्राम पंचायतें ऐसी हैं, जहां लाखों रुपए के बिल का भुगतान होना है। ग्राम प्रधानों का कार्यकाल खत्म होने के बाद भुगतान की दिक्कत हो जाएगी। उनको तरह-तरह की कमियां बताकर परेशान किया जाएगा। ऐसी स्थिति में अभी से ही लोग दौड़भाग करने लगे हैं। दूसरी ओर अनेक ग्राम पंचायतों में बहुत बजट है, जिसे जल्द से जल्द खर्च करने को लेकर प्रधान जुट गए हैं।

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