मिर्जापुर। यातायात नियमों के पालन के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए पहली नवंबर रविवार से पुलिस लाइन के मनोरंजन कक्ष में यातायात माह का शुभारंभ किया गया। इसका शुभारंभ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह व एडीएम वित्त यूपी सिंह, एएसपी सिटी और एएसपी नक्सल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। यातायात संबंधी नियमों के पालन करने के प्रति संदेश दिया। सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा के सूत्र का सूत्रपात करने के लिए सभी को वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने व सीट बेल्ट लगान की हिदायत दी। यह भी बताया गया की यातायात नियमों का पालन करके ही वाहन दुर्घटनाओ में कमी लायी जा सकती है। इस दौरान एसके डांस स्टूडियो के छात्र-छात्राओं द्वारा नाट्य प्रस्तुत कर लोगों को जागरूक किया गया।
पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह ने कहा कि हेलमेट लगाने से लोग अपनी जान बचा सकते है। हादसे में सिर पर चोट लगने से लोगों की मौत हो जाती है। इसलिए बाइक चलाते समय हेलमेट जरूर लगाएं। एडीएम वित्त यूपी सिंह ने कहा कि स्कूली के छात्र अगर यातायात के प्रति जागरूक रहेंगे तो आने वाले समय में यातायात व्यवस्था और बेहतर होगी। एसपी सिटी संजय कुमार सिंह ने कहा कि इस समय छोटे बच्चे भी गाड़ी लेकर सड़क पर निकल जाते हैं। परिवार के लोग बच्चों को स्कूटी व अन्य वाहन न दें। सीओ यातायात अजय कुमार राय ने बताय कि यातायात नियमों का पालन करके हादसों से बचा जा सकता है। कार्यक्रम का संचालन प्रभारी निरीक्षक महिला थाना सीमा सिंह द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम के अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन महेश सिंह अत्रि, प्रतिसार निरीक्षक गोरखनाथ यादव, यातायात प्रभारी अमरजीत चौहान, पीआरओ मनोज ठाकुर, मनोज कुमार पांडेय, सलीम, अंजलि उपाध्याय आदि रही।
नाटक प्रस्तुत कर किया जागरूक
एसके डांस स्टूडियो के बच्चों ने जागरूकता नाटक प्रस्तुत लोगों को यातायात के प्रति जागरू किया। नाट्य के अलावा संस्कार पब्लिक स्कूल के बच्चों ने भाषण प्रस्तुत कर यातायात नियमों की जानकारी दिया। इसके बाद जागरूकता रैली भी निकाली गई। पुलिस अधीक्षक और एडीएम ने जागरुकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जागरूकता रैली पुलिस लाइन से निकलकर रमईपट्टी आदि मोहल्लों में पहुंची।
पेटिंग और निबंध लेखन से किया जाएगा जागरुक
यातायात माह नवंबर 2020 के दौरान जनपद के समस्त स्कूलों, कालेजों में यातायात पुलिस व स्वयं सेवी समूहों के सहयोग से नुक्कड़ नाटक, पेंटिंग, निबन्ध लेखन एवं अन्य आयोजनों के माध्यम से जागरूक किया जाएगा। इसके अतिरिक्त यातायात जागरूकता चेतना रथ द्वारा जनपद में भ्रमण कर आमजन को यातायात के नियमों को पालन करने के लिए जागरूक किया जाएगा।
जानिए यातायात नियम
भारत में यातायात के संकेत को फालो करना अति आवश्यक है। इससे सड़क दुर्घटना जैसे हादसों से बचा जा सकता है। ये यातायात के मुख्य तीन संकेत किसी भी शहर के चौराहों में लगे होते हैं। इन तीन रंग के संकेतक के अलग-अलग मायने है।
लाल लाइट- यातायात के मुख्य तीन संकेतों में से लाल लाइट का मतलब होता है, रुकना। अर्थात जब भी आप किसी चौराहों से गुजरते हैं तो आपको वहां जब लाल लाइट जलती हुई नजर आए तो आपको वहां रुकना होगा।
पीली लाइट- पीली लाइट का मतलब होता है, चलने के तैयार हो जाना। अर्थात जब आप लाल लाइट पर रुकते है। इसके बाद जब पीली लाइट जलती है तो यह आपको चलने के लिए तैयार हो जाने का संकेत देती है।
हरी लाइट- हरी लाइट का मतलब होता है, जाना। अर्थात जब सिग्नल में हरी लाइट जलती है तो इसका अर्थ यह है कि आपको इस पर चलना है।
पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह ने कहा कि हेलमेट लगाने से लोग अपनी जान बचा सकते है। हादसे में सिर पर चोट लगने से लोगों की मौत हो जाती है। इसलिए बाइक चलाते समय हेलमेट जरूर लगाएं। एडीएम वित्त यूपी सिंह ने कहा कि स्कूली के छात्र अगर यातायात के प्रति जागरूक रहेंगे तो आने वाले समय में यातायात व्यवस्था और बेहतर होगी। एसपी सिटी संजय कुमार सिंह ने कहा कि इस समय छोटे बच्चे भी गाड़ी लेकर सड़क पर निकल जाते हैं। परिवार के लोग बच्चों को स्कूटी व अन्य वाहन न दें। सीओ यातायात अजय कुमार राय ने बताय कि यातायात नियमों का पालन करके हादसों से बचा जा सकता है। कार्यक्रम का संचालन प्रभारी निरीक्षक महिला थाना सीमा सिंह द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम के अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन महेश सिंह अत्रि, प्रतिसार निरीक्षक गोरखनाथ यादव, यातायात प्रभारी अमरजीत चौहान, पीआरओ मनोज ठाकुर, मनोज कुमार पांडेय, सलीम, अंजलि उपाध्याय आदि रही।
नाटक प्रस्तुत कर किया जागरूक
एसके डांस स्टूडियो के बच्चों ने जागरूकता नाटक प्रस्तुत लोगों को यातायात के प्रति जागरू किया। नाट्य के अलावा संस्कार पब्लिक स्कूल के बच्चों ने भाषण प्रस्तुत कर यातायात नियमों की जानकारी दिया। इसके बाद जागरूकता रैली भी निकाली गई। पुलिस अधीक्षक और एडीएम ने जागरुकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जागरूकता रैली पुलिस लाइन से निकलकर रमईपट्टी आदि मोहल्लों में पहुंची।
पेटिंग और निबंध लेखन से किया जाएगा जागरुक
यातायात माह नवंबर 2020 के दौरान जनपद के समस्त स्कूलों, कालेजों में यातायात पुलिस व स्वयं सेवी समूहों के सहयोग से नुक्कड़ नाटक, पेंटिंग, निबन्ध लेखन एवं अन्य आयोजनों के माध्यम से जागरूक किया जाएगा। इसके अतिरिक्त यातायात जागरूकता चेतना रथ द्वारा जनपद में भ्रमण कर आमजन को यातायात के नियमों को पालन करने के लिए जागरूक किया जाएगा।
जानिए यातायात नियम
भारत में यातायात के संकेत को फालो करना अति आवश्यक है। इससे सड़क दुर्घटना जैसे हादसों से बचा जा सकता है। ये यातायात के मुख्य तीन संकेत किसी भी शहर के चौराहों में लगे होते हैं। इन तीन रंग के संकेतक के अलग-अलग मायने है।
लाल लाइट- यातायात के मुख्य तीन संकेतों में से लाल लाइट का मतलब होता है, रुकना। अर्थात जब भी आप किसी चौराहों से गुजरते हैं तो आपको वहां जब लाल लाइट जलती हुई नजर आए तो आपको वहां रुकना होगा।
पीली लाइट- पीली लाइट का मतलब होता है, चलने के तैयार हो जाना। अर्थात जब आप लाल लाइट पर रुकते है। इसके बाद जब पीली लाइट जलती है तो यह आपको चलने के लिए तैयार हो जाने का संकेत देती है।
हरी लाइट- हरी लाइट का मतलब होता है, जाना। अर्थात जब सिग्नल में हरी लाइट जलती है तो इसका अर्थ यह है कि आपको इस पर चलना है।
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