मिर्जापुर। पथरहिया स्थित विकास भवन में गुरुवार को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की बैठक में परिषदीय विद्यालयों में वितरित होने वाले ड्रेस की समीक्षा की गई। सीडीओ ने कहा कि ड्रेस सिलने का कार्य समूह की महिलाओं से कराया जाना था। लेकिन कुछ प्रधानाध्यापकों ने बाजार से ड्रेस खरीद कर वितरित किया है। ऐसे मामलों में कार्रवाई की जाएगी। कहा दीपावली के पहले ड्रेस तैयार करने वाली समूह की महिलाओं का पारिश्रमिक उनके समूह के खाते में भेज दिया जाएगा। ड्रेस वितरण की समीक्षा करते हुए मुख्य विकास अधिकारी अविनाश सिंह ने कहा कि ड्रेस वितरण के बारे में कुछ शिकायत मिली है। कुछ विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों ने बाजार से रेडीमेड ड्रेस खरीद कर वितरण किया है। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सीडीओ ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि इस प्रकार की हरकतें शासनादेश का उल्लंघन है। डीसी एनआरएलएम डॉ. घनश्याम प्रसाद ने बताया कि अब तक लगभग दो लाख ड्रेस समूह की महिलाएं तैयार कर चुुकी हैं। इनका वितरण् किया जा रहा है। पारिश्रमिक के तौर पर समूह के खातों में एक करोड़ 10 लाख रुपये पहले ही भेजा जा चुका है। अब पर्व के पहले लगभग 40 लाख रुपये और भेजा जाएगा। इस अवसर पर डायट प्राचार्य फतेह बहादुर सिंह, डीसी कम्यूनिटी चंद्रशेखर आजाद व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
समूह की महिलाएं देंगी राशन
मिर्जापुर। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत संचालित समूह की महिलाओं के माध्यम से अब आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सूखा राशन वितरित किया जाएगा। डीसी एनआरएलएम डा. घनश्याम प्रसाद ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए तैयारी की जा रही है।

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