37:- "DISEASE FREE WORLD"
मेरे प्यारे दोस्त ! अस्सलाम अलैकुम _ _ _ _ !
नोट:- मेरे इस पोस्ट को ध्यान से पढ़कर ठंढे दिल से शांतिपूर्वक मनन कर के अपनी स्वास्थ्य के ऊपर विचार कर सकते है|ये आपको सोचना है कि क्या आप भी निरोग जीवन जी सकते है ?
हमारे यहाँ ताजा यूनानी जडी-बूटियो से तैयार दवाओ से पुराने जटिल असाध्य और हर उस बीमारी का मुकम्मल ईलाज किया जाता है जिसके बारे में आपको कह दिया गया कि *लाईलाज* है या *जीवन-भर* दवा का सेवन करना ही पड़ेगा,जैसे :-
1- ब्लड शूगर या डायबिटीज
2- किडनी फेल्योर,किडनी पथरी,डायलिसिस,कैंसर, पेशाब की कमी या ज्यादती व जलन,प्रोस्टेट ग्लैण्ड का बढ़ना या घटना|
3- गाल ब्लैडर की पथरी
4- दिल से सम्बन्धित रोग,उच्च रक्त चाप, हाथ-पैर में कपकपी,झिनझिनी,जलन|
5- लीवर की खराबी,गैस्ट्रिक,बवासीर|
6- चर्म रोग जैसे सोरियासिस,दाद,एक्जीमा,सफेद दाग|
7- स्त्री-गुप्त जैसे रोग जैसे बाण्झपन,मासिकधर्म गड़-बडी,लिकोरिया, फाईब्राइड,ओवैरियन सिस्ट (PCOD / PCOS)|
8- पुरुष-गुप्त रोग जैसे मर्दाना कमजोरी,धात आना,वीर्य का पतलापन|
9- हड्डी व जोड़ रोग,गठिया-वात् और
10- मानसिक रोग|
LIFESTYLE DISEASE PATIENTS ध्यान से पढ़ लँ और जरुर सम्पर्क करे :-
आप सभी LIFESTYLE DISEASE के मरीजो केलिए अच्छी खबर है| अगर आप ऊपर वर्णित रोगों से ग्रस्त है,त्रस्त है,जिन्दगी से आजिज़ आ चुके है तो अब आपको चिन्ता की कोई बात नहीं| क्योंकि,अगर आपको अग्रेजी दवा से फायदा न मिल रहा है तो कोई बात नहीं,और सच मानिए ऐलोपैथ दवा से उलटा असर होता ही है,यानि मर्ज बढ़ता गया जूं-जूं दवा की||
कोई भी बीमारी चाहे जितना भी पुराना हो,आपको केवल कुछ माह तक मेरी *केवल एक यूनानी दवा* का सेवन करना पड़ेगा| शत प्रतिशत् परिणाम अवश्य मिलेगा,पहले ही सप्ताह में परिणाम मिलेगा| 1_3 वर्ष के डायबिटीक मरिज को तो तीसरे_चौथे दिन ही परिणाम मिलेगा| वो अग्रेजी दवा छोड़ने पर मजबूर हो जायेंगे| 10 वर्ष के भुग्त-भोगी तीसरे सप्ताह में अपने परिणाम अवश्य देख पायेंगे|
मेरी खुद की बनाई दवा और कुछ परहेज़ का अनुसरण करके,सख्ती से अमल करके आप न केवल लाइफ स्टाईल डीज़ीज़ जैसी जानलेवा बीमारी से हमेशा केलिए छुटकारा पाएंगे,बल्कि कई दूसरी जटिल बीमारियो जैसे - हड्डो व जोड़ रोग,किडनी फेल्योर, डायलिसीस,दिल की बीमारी,कोलेस्ट्रौल,थाईराइड कैंसर और इन जैसी बीमारियो से हमेशा हमेशा केलिए छुटकारा पा सकते है|
एक बहुत ही महत्वपूर्ण बात नोट कर लिजीए :-*आजादी से पहले हमलोग अगंरेजी हुकूमत के गुलाम थे,और आज़ाद हुए तो *अगंरेजी दवा* के गुलाम बन कर रह गये|*
इसलिए आपसे अनुरोध है कि ऊपर लिखी बीमारियो से छुटकारा पाना चाहते है तो अवश्य सम्पर्क करे और *दवा रहित जीवन* की खुशहाल पारी की शुरुआत करे|
अब से अंग्रेजी दवा का इस्तेमाल मत करना बल्की हमेशा यूनानी दवा का ही इस्तेमाल किया करे| क्यों कि इसी यूनानी दवा में हर बीमारी का मुकम्मल ईलाज मौजूद है| यूनानी दवा का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है| अगर फायदा न हो तो नुक़सान भी बिलकुल नहीं होता है| कैसी भी बीमारी क्यों न हो,बड़ी से बड़ी बीमारी, जटिल व पेचीदा,पुरानी से पुरानी बिमारियों, यानी हर किस्म की बीमारी केलिए ये यूनानी दवा बेहद कारगर होते है|
इसलिये याद रखिए कि किसी भी ऐसी बीमारी में आप अगर मुब्तला हो गये हैं, जिसको ऐलोपैथ वाले उसके लाईलाज या कभी भी ठीक न होने का ठप्पा लगा दिया हो तो आप से नम्र निवेदन है कि बिलकुल निराश न हों।आप उन ऐलोपैथ वालो की सारी बातों को एक बुरे सपने की तरह भूल जाईए|चुपचाप एक समझदार ईन्सान की तरह मेरी बात मान लीजिए,एकबार आकर मिलिये,और अपनी व्यथा दु:ख और सारी तकलीफ बताईए|आपका बेहतर ईलाज होगा।
एक बात जो आपको अपने दिमाग में बठा लेनी चाहिए कि आप मेरे पास तब पहुचे है जब आपकी बीमारी या तो काफी पुरानी हो चुकी है या जटिल सूरत ईख्तियार कर चुकी है,तो इस परिस्थिति में मेरा उपचार काफी लम्बा चलने वाला है,ऐसा बिल्कुल नहीं।
यूनानी पैथी में जब कोई हकीम आपका ईलाज करता है तो वो सारी दवायें खुद से बनाकर देगा|अगर ऐसा नहीं हो तो आप अवश्य ही किसी *झोलाछाप हकीम* के पास चले गये हैं।
आजकल लोग ब्राण्ड ढूंढते है|यही यूनानी दवा निर्माता की असीम क्रपा से हमारे आस-पास कूकूरमुत्ते और कीडे मकोडो जैसा *झोलाछाप हकीम* हकीम पैदा हो गये| जिसके कारण इस पैथी को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है|क्योंकि ये जाहिल झोलाछाप जो खुद को विशेष "माहिर हकीम" मानते हुए लोगों को अपनी लच्छेदार और खुशामदाना बातों से अपने जाल में फांसते और रोग ठीक करने की गारण्टी देकर मनमाना मोटी रकम ये कहकर लेते है कि वो खुद से सभी दवा बनाकर देंगे| और फिर किसी यूनानी कम्पनी की दवा लाकर पैकिग बदलकर आपको थमा देते है|
आप किसी भी हकीम के पास चले जाएँ वो आपको जवारिश या माजून या इतरीफल ही बना कर देगा।बेचारा मरीज मरता क्या न करे उसको बड़े ही अकीदे और भारोसे के साथ खाना शुरू करता है।1 2 3 4 माह खाने के बावजुद बीमारी ठीक नहीं हो पाती जानते हैं क्यों ?
मैं बाताता हूँ आपको, किसी भी जवारिश माजून या इतरीफल बनाने के लिए कई तरह की दवाओं को मिलाकर पहले उसका powder बानाया जाता है फिर उस में 3 गुना क़वाम (जो गुड़ चीनी या मिश्री का होता है ) मिलाया जाता है।इस तरह अगर 100 ग्राम दवा का माजून जवारिश या इतरीफल 400 ग्राम बानकर तैयार होता है।यहीं पर ये हकीम या UNANI दवा कंपनी बेवकूफ बनाने का खेल खेलती हैं।अब देखिये कैसे बेवकूफ बनते हैं आपलोग ! दवा जो आपको चाहिए वो तो 100 ग्राम चुरण ही है। ज़िसका खुराक मेरे हिसाब से 5-5 ग्राम (यानि 1 दिन में 10 ग्राम ) 10 दिन का ही है। लेकिन इसी 10 दिन की दवा को माजून जवारिश या इतरीफल बनाकार 40 दिनो का किया गया।मतलब ये कि 10 दिन की दवा आप 40 दिन में खा रहे हैं। ऐसे में आपको कुल खुराक का चौथाई हिस्सा दिया जा रहा है।इसतरह तो बीमारी कभी भी ठीक नहीं होनेवाली है।जैसे कि आपकी खुराक 10 रोटी की हो और 2 रोटी ही खाने को दिया जाए। हकीम जालीनुस ने अपनी पूरी ज़िन्दगी में सिर्फ एक जवारिश "जवारिश जालीनुस" बना पाया,लेकिन आज के हमारे क़ाबिल हकीम हजरात सैंकडों माजून जवारिश वगैरह बना कर रख छोड़े हैं और UNANI कंपनी वाले उन नुसखों को लेकर अज़ब गज़ब दावे वाली लेवल लगा कर बाजार में बेच रहे हैं।
अजीब बात ये है कि दवाओं का मिज़ाज का कोई लिहाज किये बिना ये दवायें हर तरह के मर्ज में हर किसी को इस्तेमाल कराये जाते हैं।जबकी इंसानी मिजाज 4 तरह के होते हैं और दवाओं के मिज़ाज भी 4 ही तरह के होते हैं।अब अगर गर्म मिज़ाज आदमी को गर्म तासीर दवा ( जो किसी ब्रांड का भी है ) दी जाए तो क्या फायेदा करेगा ?
आज हालात ऐसे हो गए हैं कि कोई भी हकीम ऐसा नहीं मिलते जो खुद से दवा बनाते हो।यही वजह है की आजकल झोलाछाप हाकीमों की चांदी हो गयी है और बेचारे भोले भाले मरीज़ ठगी का शिकार हो रहे हैं।ऊपर से सभी दवा कंपनी वाले अपने product की पुस्तिका भी देते हैं। जिसमें लच्छेदार भाषा में अज़ब गज़ब बातें दवाओं के बारे में बाताये जाते हैं।भ्रामक और भाड़कीले भाषा का ऐसा प्रयोग होता है कि पूछिये मत।उसे पढ़कर झोलाछाप खुद को माहिर हकीम समझते हैं और अपनी इन्हीं आधीअधुरी जानकारी के बलबूते भोली-भाली जनता को लूटने का धन्धा शुरू करके अपनी जेब गर्म करके मालामाल बनते हैं।और इस UNANI चिकित्सा को बादनाम करने पर आमादा रहते है|
नोट:- इस पोस्ट को पढ़ने के बाद अपना विचार अवश्य व्यक्त करें, मुझे अच्छा लगेगा| साथ ही आगे अपने सर्किल में ज़रुर शेयर करें |
* मेरे पास दवा केवल एक ही है, जो पावडर की शक्ल में है| 4 - 4 ग्राम सुबह-शाम काढ़ा बनाकर पीना है|
* ₹ 3000/- रूपये एक महीना (किसी भी बीमारी के लिए) है।
* ₹ 6000/- रुपए एक महीना (CANCER & TUMOUR के लिए) है।
* इंडिया या इंडिया के बाहर कहीं भी स्पीड पोस्ट या कूरियर के द्वारा दवा भेजने का इंतज़ाम है|
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HAKEEM MD ABU RIZWAN
BUMS,hons.(BU)
+UNANI MEDICINES RESEARCH CENTRE+
SHRUTI CHOWK PURANI BASTI ROAD
JUGSALAI JAMSHEDPUR JHARKHAND.
मोबाईल। 8651274288
व्हाट्स ऐप 9334518872
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