टूट गई कार्तिक पूर्णमा पर वर्षो पुरानी स्नान ध्यान की परम्परा से ग्रामीण व बच्चे हतास
( बहराइच) फखरपुर ब्लॉक के कन्जाकोंन गुलहरिया व झिंगरी घाटो पर
कार्तिक पूर्णिमा मेले का बच्चे व बडे सभी साल भर बेसब्री से इंतजार करते हैं। इस बार कोरोना संकट के चलते सरकार द्वारा सार्वजनिक आयोजन व भीड़ इकट्ठी होने से रोक लगाई गई है। इसके चलते मेले का आयोजन नहीं हो सकेगा। दशहरा मेला भी कोरोना की भेंट चढ़ गया था। अब कार्तिक पूर्णिमा मेला भी न आयोजित होने से सभी को निराशा है।ग्रामीण हेम सिंह तिरलोकी सिंह गागा राम यादव चन्दन राहुल गौड़ कमलेश वेदप्रकाश पाठक आदि ग्रामीण बताते है कार्तिक पूर्णिमा नहान मेला हमारी परंपरा का अभिन्न हिस्सा है। यह सही है कि कोरोना संकट के चलते तमाम आयोजनों को टाला गया है। लेकिन जिस तरह से हाट बाजारो का आयोजन हो रहा है। सार्वजनिक परिवहन के साधन भी चल रहे हैं। चूंकि ऐसे मेले स्थानीय स्तर पर ही आयोजित होते है ऐसे में निर्धारित मानकों के अनुसार मेले का आयोजन भी हो सकता है।
हिंदी संवाद न्यूज़ के लिए बहराईच ब्यूरो राम कुमार की रिपोर्ट।
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