संवाद सहयोगी, दादरी : दादरी क्षेत्र के कोट गांव के पुल के पास 13 दिन पहले दो कारों की टक्कर में उमेश भाटी की मौत हो गई थी। इस मामले में मृतक के स्वजन का आरोप है कि उमेश भाटी अपने भतीजे मोहित भाटी की हत्या का मुख्य गवाह था। उमेश के स्वजन ने मंगलवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर उमेश भाटी हत्याकांड की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। पत्र में कहा गया है कि आरोपित पक्ष ने साजिशन उमेश की कार में टक्कर मारी है, जिसे सड़क हादसे का रूप दिया गया। लुहारली निवासी महेश भाटी ने बताया कि उनके इंजीनियर बेटे मोहित भाटी की 27 नवंबर 2018 को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय से घर जाते समय गांव के कुछ लोगों ने अपहरण के बाद हत्या कर दी थी। हत्यारे मोहित की कार की चाबी, सोने की चेन व पर्स लूटकर फरार हो गए थे। आरोप है कि पुलिस ने घटना के चार माह बाद आरोपितों से पूछताछ किए बिना ही जेल भेज दिया था। चार माह पहले पुलिस के आलाधिकारी ने इस मामले में दोबारा जांच के आदेश दिए थे। महेश भाटी का आरोप है कि भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के दवाब के चलते जांच शुरू नहीं हो सकी। आरोप है कि 28 अक्टूबर 2020 को एक फर्जी कार भिड़ंत का रूप देकर मोहित हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश भाटी की भी हत्या कर दी गई। महेश भाटी का आरोप है कि आरोपितों के डर के कारण वह परिवार सहित गांव से पलायन कर चुके हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर परिवार की सुरक्षा व दोनों हत्याकांड की जांच अन्य एजेंसी से कराने की मांग की है।

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