अयोध्या के पुरातन, ऐतिहासिक, धार्मिक, आध्यात्मिक तथा सांस्कृतिक महत्व के दृष्टिगत केन्द्र व राज्य सरकार इसके प्राचीन गौरव के अनुरूप प्रतिष्ठित करने का कार्य कर रही: मुख्यमंत्री
अयोध्या को वैश्विक पहचान दिलाने के साथ-साथ समस्त आधुनिक
सुविधाओं से सुसज्जित कर इसका सर्वांगीण विकास हमारी प्राथमिकता
भारत सरकार द्वारा अयोध्या में अंतर्राष्ट्रीय हवाई
अड््डे का विकास एवं निर्माण कराया जा रहा
अयोध्या तक आने वाले रेलवे ट्रैक की डबलिंग,
रेलवे स्टेशन का विस्तार एवं सौन्दर्यीकरण का कार्य प्रस्तावित
अयोध्या धाम की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक परम्परा और पहचान को
पुनस्र्थापित करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न विकास परियोजनाएं संचालित
इन परियोजनाओं के पूर्ण होने से अयोध्या नगरी श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए
आकर्षण के बड़े केन्द्र के रूप में उभरेगी, श्रद्धालुओं और पर्यटकों
को यहां सभी आवश्यक सुविधाएं सुलभ होंगी
रामायण सर्किट थीम के अन्तर्गत राम की पैड़ी का कार्य पूर्ण
1902 लाख रु0 लागत की भजन संध्या स्थल परियोजना का कार्य लगभग पूर्ण
दशरथ महल, सत्संग भवन, यात्री सहायता केन्द्र तथा रैन बसेरे का 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण
रामकथा पार्क के विस्तारीकरण का कार्य 31 दिसम्बर, 2020 तक पूर्ण होगा
राजर्षि दशरथ स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय,
अयोध्या के निर्माणाधीन भवन की वर्तमान भौतिक प्रगति 79 प्रतिशत
रामायण सर्किट थीम के अन्तर्गत अयोध्या में रामकथा गैलरी, नया बस डिपो, अयोध्या बाईपास के निकट मल्टी लेवल कार पार्किंग, पंचकोशी परिक्रमा मार्ग पर यात्री छादक, सिटी वाइड इन्टरवेंशन कार्य, अयोध्या स्ट्रीट रिजुवेशन के अन्तर्गत फुटपाथ के नवीनीकरण का कार्य, अयोध्या मुख्य मार्ग हनुमानगढ़ी कनक भवन पैदल यात्री
मार्ग के नवीनीकरण का कार्य वर्ष के अंत तक पूर्ण करने का लक्ष्य
अन्तर्राष्ट्रीय रामलीला केन्द्र तथा सांस्कृतिक मंच आॅडिटोरियम का निर्माण तेजी से कराया जा रहा
अमृत योजना के अन्तर्गत 5,457 लाख रु0 लागत की नगर निगम अयोध्या, पेयजल योजना फेज-3 एवं 3,789 लाख रु0 लागत की अयोध्या
सीवरेज योजना फेज-2 का कार्य प्रगति पर
लखनऊ: 11 नवम्बर, 2020
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि अयोध्या के पुरातन, ऐतिहासिक, धार्मिक, आध्यात्मिक तथा सांस्कृतिक महत्व के दृष्टिगत केन्द्र व राज्य सरकार इसके प्राचीन गौरव के अनुरूप प्रतिष्ठित करने का कार्य कर रही हैं। अयोध्या को वैश्विक पहचान दिलाने के साथ-साथ समस्त आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित कर इसका सर्वांगीण विकास हमारी प्राथमिकता है।
यह जानकारी आज यहां देते हुए एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देशों के क्रम में अयोध्या के प्राचीन गौरव तथा सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक परम्परा एवं पहचान को पुनस्र्थापित करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अनेक विकास परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं। इन परियोजनाओं के पूर्ण होने से अयोध्या धाम श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आकर्षण के बड़े केन्द्र के रूप में उभरेगा। श्रद्धालुओं और पर्यटकों को यहां सभी आवश्यक सुविधाएं सुलभ होंगी।
प्रवक्ता ने बताया कि अयोध्या में भजन संध्या स्थल, दशरथ महल, सत्संग भवन, यात्री सहायता केन्द्र, रैन बसेरा, क्वीन हो मेमोरियल पार्क, रामकथा पार्क के विस्तारीकरण का कार्य चल रहा है। भजन संध्या स्थल का कार्य लगभग पूर्ण हो गया है। इस परियोजना की लागत 1902 लाख रुपए है। 242 लाख रुपए से अधिक की लागत से बनने वाले दशरथ महल, सत्संग भवन, यात्री सहायता केन्द्र तथा रैन बसेरे का 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है। रामकथा पार्क के विस्तारीकरण की वर्तमान भौतिक प्रगति 90 प्रतिशत है। यह कार्य 31 दिसम्बर, 2020 तक पूर्ण हो जाएगा। क्वीन हो मेमोरियल पार्क का 50 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है। इस परियोजना की लागत 2192 लाख रुपए है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राजर्षि दशरथ स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय के निर्माणाधीन भवन का कार्य भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। 19,576 लाख रुपए लागत की इस परियोजना की वर्तमान भौतिक प्रगति 79 प्रतिशत है। अयोध्या में ड्राइविंग टेªनिंग इंस्टीट्यूट का निर्माण भी कराया जा रहा है। 524 लाख रुपए लागत की इस परियोजना के कार्य पूर्ण होने की अनुमानित तिथि 31 दिसम्बर, 2020 है।
प्रवक्ता ने बताया कि रामायण सर्किट थीम के अन्तर्गत अयोध्या में विभिन्न विकास कार्य परिचालित हैं। इन कार्यों में रामकथा गैलरी निर्माण, राम की पैड़ी का कार्य, नया बस डिपो निर्माण, अयोध्या बाईपास के निकट मल्टी लेवल कार पार्किंग का निर्माण, पंचकोशी परिक्रमा मार्ग पर यात्री छादक का निर्माण, दिगम्बर अखाड़े में मल्टीपरपज हाॅल का निर्माण, सिटी वाइड इन्टरवेंशन कार्य, अयोध्या स्ट्रीट रिजुवेशन के अन्तर्गत फुटपाथ के नवीनीकरण का कार्य, अयोध्या मुख्य मार्ग हनुमानगढ़ी कनक भवन पैदल यात्री मार्ग का नवीनीकरण प्रमुख हैं। इनमें से दिगम्बर अखाड़े में मल्टीपरपज हाॅल तथा राम की पैड़ी का कार्य पूर्ण हो गया है। शेष कार्य इस वर्ष के अन्त तक पूर्ण करने का लक्ष्य है।
प्रवक्ता ने कहा कि अयोध्या धाम में अन्तर्राष्ट्रीय रामलीला केन्द्र अयोध्या तथा सांस्कृतिक मंच आॅडिटोरियम का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इनकी वर्तमान भौतिक प्रगति क्रमशः 75 प्रतिशत एवं 56 प्रतिशत है। इन कार्यों को 31 दिसम्बर, 2020 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। राम की पैड़ी पर अविरल जल प्रवाह हेतु राम की पैड़ी रीमाॅडलिंग (पार्ट-ए रीमाॅडलिंग आॅफ पम्प हाउस) का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। राम की पैड़ी पर अविरल जल प्रवाह हेतु राम की पैड़ी रीमाॅडलिंग (पार्ट-बी रीमाॅडलिंग आॅफ चैनल) के कार्य की वर्तमान भौतिक प्रगति 93 प्रतिशत है। इसे 31 दिसम्बर, 2020 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। 973 लाख रुपए की लागत की लक्ष्मण किला घाट विकास एवं निर्माण कार्य परियोजना तथा 3,564 लाख रुपए की गुप्तार घाट विकास एवं निर्माण कार्य परियोजना पूर्ण कर ली गयी हैं। जनपद अयोध्या में प्रेस क्लब का निर्माण कार्य गतिशील है। इसकी वर्तमान भौतिक प्रगति 77 प्रतिशत है।
प्रवक्ता ने बताया कि अमृत योजना के अन्तर्गत 5,457 लाख रुपए लागत की नगर निगम अयोध्या पेयजल योजना फेज-3 एवं 3,789 लाख रुपए लागत की अयोध्या सीवरेज योजना फेज-2 का कार्य प्रगति पर है। इन योजनाओं को क्रमशः 15 नवम्बर, 2021 तथा 15 दिसम्बर, 2020 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। अयोध्या के विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित परियोजनाओं के अलावा भारत सरकार द्वारा अयोध्या में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड््डे का विकास एवं निर्माण एवं रायबरेली से अयोध्या तक मार्ग का 04 लेन चैड़ीकरण की परियोजना सम्मिलित हैं। साथ ही, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा अयोध्या धाम के बाईपास हेतु सोहावल से विक्रमजोत तक बाईपास का प्रस्ताव बनाया जा रहा है। इसके अलावा, अयोध्या तक आने वाले रेलवे ट्रैक की डबलिंग, रेलवे स्टेशन का विस्तार एवं सौन्दर्यीकरण का कार्य प्रस्तावित है।
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