राज्य सरकार युवाओं को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराने के लिए कृतसंकल्पित: मुख्यमंत्री
कौशल विकास सम्बन्धी प्रशिक्षण कार्यक्रमों में प्राथमिकता उन सेक्टर्स को दी जाए, जिसमें रोजगार की सम्भावनाएं अधिक हों, इससे बड़ी संख्या में प्रदेश के प्रशिक्षित युवाआंे को रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकेंगे
उ0प्र0 कौशल विकास मिशन द्वारा वर्ष 2020-21 में 7.93 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य
पूर्ववर्ती किसी भी वर्ष की तुलना में इस वर्ष सर्वाधिक संख्या में युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य
अब तक 52,258 युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया गया, 19,413 युवा प्रशिक्षणरत
कोविड-19 के दृष्टिगत लागू अनलाॅक-4 व्यवस्था के क्रम में प्रशिक्षण कार्यक्रम 21 सितम्बर, 2020 से ही प्रारम्भ किये जा सके
महिला स्वयं सहायता समूहांे की 16,150 महिलाओं को भी आर0पी0एल0 के अन्तर्गत कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर स्वरोजगार से जोड़ा गया
संकल्प योजना के अन्तर्गत प्रत्येक जनपद में जिला कौशल विकास योजना तैयार की जा रही
414 रोजगार मेलों का आयोजन किया गया, 50,000 से अधिक युवाओं को रोजगार दिलाया गया
उ0प्र0 कौशल विकास मिशन द्वारा ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफार्म कोर्सेरा, यू0एस0ए0 के माध्यम से प्रदेश के 50,000 युवाओं को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के पाठ्यक्रम निःशुल्क करने का अवसर प्रदान किया गया
लखनऊ: 11 नवम्बर, 2020
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि राज्य सरकार युवाओं को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराने के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा है कि कौशल विकास सम्बन्धी प्रशिक्षण कार्यक्रमों में प्राथमिकता उन सेक्टर्स को दी जाए, जिसमें रोजगार की सम्भावनाएं अधिक हों। इससे बड़ी संख्या में प्रदेश के प्रशिक्षित युवाआंे को रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकेंगे।
यह जानकारी आज यहां देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा वर्ष 2020-21 में 7.93 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से 6 लाख युवा/शिल्पकार आर0पी0एल0 (रिकग्निशन आॅफ प्रायर लर्निंग) के अन्तर्गत प्रशिक्षित किये जायेंगे। पूर्ववर्ती किसी भी वर्ष की तुलना में इस वर्ष सर्वाधिक संख्या में युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। समस्त लक्ष्य प्रशिक्षण प्रदाताओं को आवंटित किये जा चुके हैं। कोविड-19 के दृष्टिगत लागू अनलाॅक-4 व्यवस्था के क्रम में प्रशिक्षण कार्यक्रम 21 सितम्बर, 2020 से ही प्रारम्भ किये जा सके हैं।
दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के अन्तर्गत 1.43 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु 302 नवीन संस्थाओं को चयनित किया गया है। इस वर्ष 21 सितम्बर, 2020 से अब तक 52,258 युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है तथा 19,413 युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा संचालित योजना के अन्तर्गत गठित महिला स्वयं सहायता समूहांे की 16,150 महिलाओं को भी आर0पी0एल0 के अन्तर्गत कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर स्वरोजगार से जोड़ा गया है।
युवाओं को रोजगार दिलाने की दृष्टि से 414 रोजगार मेलों का आयोजन किया गया है तथा 50,000 से अधिक युवाओं को रोजगार दिलाया गया है। इसके अतिरिक्त 943 कैरियर काउन्सिलिंग शिविरों को भी आयोजित किया गया है जिसमें 52,000 से अधिक युवाओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।
युवाओं के प्रशिक्षण के बढ़े हुए लक्ष्यों को देखते हुए नये प्रशिक्षण प्रदाताओं को अनुबन्धित करने के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किये जा चुके हैं, जिनमें विशेषकर उन सेक्टर्स को प्राथमिकता दी गई है, जिनमें रोजगार की सम्भावनाएं अधिक हैं और प्रशिक्षण प्रदाताओं की संख्या कम है।
संकल्प योजना के अन्तर्गत प्रत्येक जनपद में जिला कौशल विकास योजना तैयार की जा रही है। इसके आधार पर जनपद में उपलब्ध रोजगार के अवसरों तथा उसके अनुरूप कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों के व्यवसायों को चिन्हित करने में सहायता मिलेगी और प्रशिक्षण कार्यक्रम अधिक उपयोगी व लाभप्रद सिद्ध हो सकेंगे।
उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफार्म कोर्सेरा, यू0एस0ए0 के माध्यम से प्रदेश के 50,000 युवाओं को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के पाठ्यक्रम निःशुल्क करने का अवसर प्रदान किया गया है। इसके माध्यम से विश्व के 200 से भी अधिक विख्यात विश्वविद्यालयों/संस्थानों तथा कम्पनियों द्वारा संचालित किये जा रहे 3800 से अधिक उपलब्ध पाठ्यक्रमों में से अपनी रूचि के अनुसार कोर्स चयन का विकल्प दिया गया है। प्रशिक्षण के उपरान्त सफल युवाओं को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्य प्रमाण पत्र भी प्राप्त होगा।
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