प्रयागराज शहर के कई इलाकों में लोग बंदरोंं से परेशान हो चुके हैं। मीरापुर से लेकर बघाड़ा, सलोरी से लेकर दारागंज तक बंदर लोगों के घरों पर धमाचौकड़ी करते हैं और सामान उठा ले जाते हैं। भगाने की कोशिश करने पर वे काटने पर उतारू हो जाते हैं। नगर निगम में कई बार शिकायत की जा चुकी है। वहां के अधिकारी यह भरोसा देकर लोगों को शांत करा देेेेते हैं कि मथुरा से प्रशिक्षित लोगों को बुलाकर बंदरोंं का आतंक कम कराने का प्रयास किया जाएगा मगर होता कुछ नहीं है।
टैगोर टाउन में भी दहशत
जार्जटाउन में टैगोर टाउन कॉलोनी के लोग भी बंदरों की हरकतों से तंग आ गए हैं। आए दिन बंदर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। बंदरों को पकडऩे के लिए स्थानीय लोगों ने नगर निगम और वन विभाग के अधिकारियों से कई बार कहा। लेकिन, उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। टैगोर टाउन निवासी परिषद के अध्यक्ष शैलेंद्र अवस्थी का कहना है कि अवैध तरीके से पेड़ों के हो रहे कटान से वन क्षेत्र खत्म होते जा रहे हैं। इससे कई बंदरों ने मोहल्ले में ही अपना ठौर बना लिया है और वह किसी न किसी को अपना शिकार बना रहे हैं। उन्होंने निगम और वन विभाग के अधिकारियों से बंदरों को जल्द पकड़वाकर जंंगल में छुड़वाने की मांग की है ताकि यह समस्या दूर हो सके। इलाके के कई घरों में बंदर नुकसान पहुंचा चुके हैं। यहां तक कई लोगों को काटने के साथ ही पंजे से नोंच भी चुके हैंं जिससे लोग दहशत में रहते हैं।
कई लोगोंं की ले चुके जान
प्रयागराज शहर में बंदर लंबे समय से समस्या बने हुए हैं। कुछ साल पहले तो बंदरों ने इस कदर दहशत मचा रखी थी कि लोगोंं ने परेशान होकर नगर निगम का घेराव भी किया था। उस दौरान सलोरी से लेकर दारागंज तक कई लोगों को बंदरोंं ने काटा था। बंदरोंं के काटने से दो लोगों की मौत भी हो गई थी। कौशांबी में भी बंदर आफत बने हुए हैं। वहांं पिछले दिनों बंदर के डर से भागी एक बालिका छत से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गई थी। इसके अलावा मूरतगंज में बंदर ने छत से ईट फेक दी थी जिसकी चपेट में आने से नीचे खड़े मकान मालिक का सिर फट गया था।
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