*विवाह की रस्में पूरी होते ही दुल्हन लापता, दुल्हन के लौटने के इंतजार में दोपहर तक बैठे रहे*

बभनान (गोंडा) में वैवाहिक रस्में पूरी होने के बाद घर से दुल्हन लापता हो गई। दुल्हा समेत बाराती दोपहर तक दुल्हन का इंतजार करते रहे। बाद में यह जानकारी होने पर कि दुल्हन ही घर में नहीं है और वह एक युवक के साथ कहीं चली गई है तो विवाह की खुशी गायब हो गई।


छपिया थाने के एक गांव में इस मामले की चर्चा पूरे जिले में फैली गई। मामले में लड़की के घर वालों ने पुलिस को मौखिक जानकारी दी। पुलिस ने काफी प्रयास किया लेकिन लड़की के बारे में पता नहीं चल पाया। लड़की के पिता ने दूल्हा व बारातियों को मामले की जानकारी दी, इसके बाद दोनों पक्षों में आपसी बात हुई, बिना दुल्हन के ही बारात विदा हो गई। छपिया के एक गांव में गुरुवार रात सारी वैवाहिक रस्मों के पूरा होने के बाद दुल्हन के गायब होने से पूरे परिवार के लोग सदमे में आ गए। बाराती और दूल्हा गांव में दुल्हन के लौटने के इंतजार में दोपहर तक बैठे रहे। लेकिन सभी की उम्मीदें शाम को टूट गईं।

दुल्हन के घर में न होने की जानकारी से शुक्रवार की भोर में उस समय अफरातफरी मच गई। बताया जाता है कि इस गांव में 26 नवंबर को एक व्यक्ति के यहां वैवाहिक कार्यक्रम था। दरवाजे पर लड़की की शादी का आयोजन हो रहा था, बलरामपुर से बारात आई थी। गुरुवार रात स्वागत और मंगल गीत का कार्यक्रम चल रहा था। शुक्रवार सुबह 3:00 बजे के पूर्व ही सात फेरे और सिंदूर की रस्म भी पूरी हो गई। दूल्हे व उसके बड़े भाई ने बताया यह शादी 26 अप्रैल को होनी थी। लेकिन कोरोना के कारण शादी की तिथि 26 नवंबर को निश्चित की गई। सारी रस्में हंसी-खुशी पूरी भी हुई। स्वागत भी भरपूर हुआ लेकिन सुबह लड़की के पिता ने बताया कि पुत्री गहने लेकर कहीं भाग गई। इतना सुनते ही वर पक्ष के होश उड़ गए। लड़की के पिता की आंखें पूरे दिन भरी रहीं। दूल्हा पक्ष के लोगों ने भी लड़की के पिता के दर्द को समझा और सामंजस्यपूर्ण माहौल में विदाई ली। लड़की के पिता को सांत्वना भी दी।

शादी टूटने से ज्यादा बेटी की फिक्र से दुखी रहा पिता
समारोहपूर्वक बेटी की शादी देखकर जिस पिता का मन मारे खुशी के फूला नहीं समा रहा था। उसकी आंखें शुक्रवार की भोर से ही पूरे दिन भरी रहीं। एक दुख शादी टूटने का तो था ही लेकिन उससे भी ज्यादा गम बेटी की खैरियत का रहा। पिता का कहना है कि शादी नहीं पसंद थी तो बेटी को बताना चाहिए था, कोई जोर जबरदस्ती नहीं की गई थी। अप्रैल में तय हुई शादी नवंबर में हो रही थी। अब शादी के बाद बेटी का यह कदम उसके लिए पहाड़ जैसा लग रहा है।

थानाध्यक्ष छपिया संजय सिंह तोमर ने बताया कि थाना क्षेत्र के एक गांव में शादी के बाद लड़की कहीं चले जाने की सूचना परिजनों ने दी है, दोनों पक्ष से बात की गई है। आपस में सामंजस्य है कोई विवाद नहीं है। लड़की के बारे में परिजन जैसी तहरीर देंगे तो कार्रवाई की जाएगी। अभी मौखिक सूचना पर ही लड़की का पता किया जा रहा है। परिवार के लोगों ने आपस में बात करने की बात कही है।

गोंडा ब्यूरो: सूरज शुक्ला की रिपोर्ट 

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