संच समिति के तत्वावधान में राम तीरथ चौधरी महाविद्यालय उतरौला में चल रहे सात दिवसीय आचार्य प्रशिक्षण वर्ग का समापन गुरुवार को भव्य तरीके से किया गया।
प्रशिक्षण में एक सौ आचार्यों को प्रशिक्षण दिया गया। समापन सत्र में मुख्य रूप से संच समिति के अध्यक्ष कपिल कुमार, जिला सदस्य रविंद्र गुप्ता कमलापुरी व संच प्रमुख पवन कुमार उपस्थित थे।
इस मौके पर संच समिति के अध्यक्ष कपिल गुप्ता ने कहा कि एकल विद्यालय का उद्देश्य ग्रामीण लोगों का चहुंमुखी विकास करना है। गांव का विकास होगा तभी हमारा देश आगे बढ़ेगा। इसके तहत ग्रामीण लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कार के प्रति जागरूक करते हुए संगठित कर सामर्थ्यवान बनाना है।
वहीं अंचल अभियान प्रमुख राजकुमार, प्रशिक्षण प्रमुख राम उजागर, कार्यालय प्रमुख स्वामी दयाल ने क्रमवार अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि एकल विद्यालय के तहत बच्चों को चहुंमुखी विकास की शिक्षा दी जा रही है। बच्चों को भारतीय सभ्यता, संस्कृति की जानकारी देने के साथ देश के प्रति समर्पण की शिक्षा दी जा रही है। यहां से प्रशिक्षण पाकर सभी आचार्य विभिन्न गांवों में जाकर बच्चों को निश्शुल्क प्रारंभिक शिक्षा देंगे।
कन्हैया सिंह, रीमा वर्मा, पवन ने कहा कि एक विद्यालय के माध्यम से लोगों को स्वरोजगार के प्रति प्रेरित करते हुए उन्हें रोजगार मुहैया कराना है। कहा कि गोरक्षा से ही लोग स्वावलंबी बन सकते हैं। गाय के गोबर से लोगों को जैविक खाद का निर्माण की जानकारी देने के अलावा स्वरोजगार के अन्य बिंदुओं की जानकारी देनी है। जब लोग जागरूक होगें तभी स्वच्छ भारत, शिक्षित भारत व समर्थ भारत का निर्माण हो सकता है।
इस मौके पर सभासद फणींद्र गुप्ता, बलराम गुप्ता, कृष्ण कुमार मिश्रा, मंसाराम यादव, आदि मौजूद रहे।
असगर अली
उतरौला
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