कार चोरी के मुकदमें में विवेचक द्वारा चोरों को बचाने के लिए मनगढंत व अनुचित विवेचना कर रिपोर्ट न्यायालय भेजने का आरोप लगाकर वादी मुकदमा ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र देकर विवेचक के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की है
थाना रेहरा बाज़ार के सरायखास निवासी भाजपा नेता अनिल श्रीवास्तव ने रेहरा बाज़ार थाना में उनकी पत्नी सीतू श्रीवास्तव के नाम पंजीकृत इनोवा कार चोरी हो जाने के विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया था जिसकी विवेचना
उपनिरीक्षक बी वर्मा को मिली
चोरी का मुकदमा पंजीकृत होने के बाद विवेचक अनिल श्रीवास्तव के घर आए व बताया कि चोरी हुई गाड़ी थाना सादुल्लाह नगर के छितलुपुर में राजकरन वर्मा के घर पर खड़ी है
व वहीं से गाड़ी ले जाकर रेहरा बाज़ार थाना में खड़ी कर दिया
व विवेचक द्वारा राजकरन वर्मा से सुलह करने का दबाव बनाया गया व कहा गया कि राजकरन वर्मा स्थानीय विधायक के रिश्तेदार है सुलह से इंकार पर विवेचक ने आरोपित का पक्ष लेते हुए विवेचना प्रचलित कर दी
गाड़ी चोरी के के बाद बरामदगी के संबंध में प्रार्थना पत्र देने पर विवेचक द्वारा आख्या दी गई कि गाड़ी बरामद कर ली है व चोरो की तलाश जारी है,
गाड़ी रिलीज़ कराने के लिए न्यायालय में वादी की पत्नी द्वारा प्रार्थना पत्र दिया गया
तो ज्ञात हुआ कि विवेचक ने विवेचना में लिखा है कि गाड़ी को वादी ने राजकरन वर्मा को एक जमीनी डील के तहत दी थी
जबकि वादी ने कोई डील नहीं की है न ही उक्त डील से संबंधित कोई प्रपत्र मौजूद है
विवेचक ने न्यायालय से दोनों पक्षों को सुनकर ही गाड़ी को उभय पक्षों को देने की सिफारिश की है
जबकि गाड़ी बरामदगी के बाद राजकरन द्वारा किसी प्रकार का दावा थाने पर नहीं किया गया है
अनिल श्रीवास्तव ने आरोप लगाया है कि विवेचक ने चोरों को बचाने के लिए मनगढंत विवेचना प्रचलित कर दी है
वादी ने चोरों को गिरफ्तार करने व विवेचक के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की है ।
असगर अली
उतरौला
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