21 नवम्बर से 04 दिसम्बर तक मनाया जायेगा “पुरुष नसबन्दी पखवाड़ा”
पुरुष नसबन्दी कराने पर मिलती है 3000 रूपये की प्रतिपूर्राा

बहराइच 18 नवम्बर 2020 : परिवार पूरा हो चुका है और आगे बच्चे नहीं चाहिए, उनके लिए पुरुष नसबंदी सबसे सरल और आसान तरीका है । यह एक ऐसा स्थायी साधन है जिसे अपनाकर न सिर्फ अनचाहे गर्भ से छुटकारा पाया जा सकता है बल्कि महिलाओं को इस ज़िम्मेदारी से छुटकारा भी दिलाया जा सकता है। पुरुष नसबंदी को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने और परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी 21 नवंबर से 04 दिसंबर तक पुरुष नसबंदी पखवाड़ा मानाये जाने का निर्णय लिया गया है ।

नोडल अधिकारी – परिवार नियोजन डॉ योगिता जैन ने बताया इस वर्ष पुरुष नसबन्दी पखवाड़ा मनाये जाने के लिए भारत सरकार द्वारा “परिवार नियोजन में पुरुषों की साझेदारी, जीवन में लाये स्वास्थ्य और खुशहाली ” थीम निर्धारित किया गया है | इसका मुख्य उद्देश्य जन समुदाय को सीमित परिवार के बारे में जागरुक करने के साथ परिवार कल्याण कार्यक्रम में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाना है।
महिला से ज्यादा आसान है पुरुष नसबंदी
जिला अस्पताल के सर्जन डॉ आरके बसंत ने बताया कि समाज में एक बहुत बड़ा मिथक है कि ज्यादातर पुरुष नामर्द होने के डर से नसबंदी नहीं करवाते हैं, जबकि यह एक बहुत बड़ी भ्रांति है। पुरुष नसबंदी करने की प्रक्रिया बहुत ही सरल और सुरक्षित है । इस पूरी प्रक्रिया में केवल 10 से 15 मिनट का समय लगता है और इसमें ज्यादा से ज्यादा दो दिन के आराम की जरूरत होती है या उसकी भी जरूरत नहीं होती है । साथ ही उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन के साधन को अपनाने की पहल पुरुषों द्वारा की जानी चाहिए क्योंकि पुरुषों की शारीरिक संरचना महिलाओं की अपेक्षा अधिक सरल होती है ।
दो चरणों में मनाया आयेगा पखवाड़ा –
पखवाड़े के पहले चरण में 21 से 27 नवम्बर तक आशा और एएनएम द्वारा योग्य दम्पतियों की पहचान कर पंजीकरण किया जायेगा। इस दौरान गर्भ निरोधक साधनों खासकर पुरुष-नसबंदी को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने एवं पुरुष नसबंदी की सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए सार्वजानिक स्थलों और स्वास्थ्य इकाइयों पर प्रचार-प्रसार सामग्री को प्रदर्शित किया जायेगा। इसके दूसरे चरण 28 नवम्बर से 04 दिसम्बर तक इच्छुक व्यक्तियों को पुरुष नसबंदी की सेवा विशेषज्ञ सर्जन देंगे। इस दौरान गर्भनिरोधक के अन्य साधन जैसे – महिला नसबंदी, कापर-टी, अंतरा व छाया भी योग्य दम्पत्तियों को उनकी इच्छा के अनुसार उपलब्ध कराया जायेगा।
“परिवार कल्याण कार्यक्रम को बढ़ावा मिलने से जिले के प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार आयेगा | साथ ही मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी आयेगी | डॉ राजेश मोहन श्रीवास्तव सीएमओ बहराइच
ऐसे मिलती है प्रोत्साहन राशि –
मिशन परिवार विकास के तहत जनपद में पुरुष नसबंदी के लिए 3000 रुपए तथा महिला नसबंदी के लिए 2000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। प्रसव के तुरंत बाद नसबंदी कराने वाली महिलाओं को 3000 रुपये तथा प्रसव के तुरंत बाद कॉपर-टी लगवाने पर महिला को 300 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इसके अलावा अंतरा इंजेक्शन लगवाने पर 100 रुपये प्रति डोज की प्रोत्साहन राशि दी जाती।


बहराईच ब्यूरो राम कुमार की रिपोर्ट